कोरोना लॉकडाउन के लंबे समय बाद मध्य प्रदेश शासन द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने का फैसला लिया गया है। प्रदेश में पंचायत चुनाव पिछले 2 साल से लंबित थे, लेकिन अब शासन ने ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और जिला पंचायत स्तर के चुनाव कराने का फैसला लिया है और इसके लिए तैयारियों पर ज़ोर दिया जा रहा है।
इसी क्रम में शहडोल जिला कलेक्टर वंदना वैद्य द्वारा भी नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है और उन्हें चुनाव संबंधी जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। शहडोल कलेक्टर ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल महताब सिंह सहित समन्वयकर्ता अधिकारी व अन्य अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये।
जिला कलेक्टर ने जारी हुए आदेश में कार्मिक प्रबंधन, दलों का गठन, सेक्टर अधिकारियों की नियुक्ति, मतदान का रेंडमाइजेशन, ईवीएम मशीनों की टेस्टिंग और देखभाल, शासकीय सेवकों के अवकाश प्रकरण का निराकरण सहित कई विषयों पर ध्यान केंद्रित किया।
वहीं नोडल अधिकारी व सहायक नोडल अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दिए गए। इनमें प्रमुख रूप से ईवीएम प्रबंधन, वोटिंग के बाद ईवीएम को वियर हाउस में रखना, उनकी सुरक्षा, मतदाता सूची तैयार करना, एक चरण के चुनाव के बाद ईबीएम का स्थानांतरण, मतदान केंद्र तैयार करना, मतदान केंद्र में अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति, मतगणना के बाद ईवीएम की सीलिंग, सुरक्षा और गार्डिंग सहित कई प्रकार के विषयों पर दिशा निर्देश दिए गए।
जिला कलेक्टर का मानना है कि आगामी पंचायत चुनावों में किसी भी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं मिलना चाहिए और सारी व्यवस्था को सुचारु किया जाना चाहिए। साथ ही साथ चुनाव को लेकर ग्रामीण इलाकों में प्रचार और जागरूकता अभियान भी चलाया जाना चाहिए।