समय के साथ साथ कोरोना को लेकर लापरवाही बढ़ती जा रही है और प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे कोरोना टीकाकरण अभियान में भी सुस्ती देखने को मिल रही है। सोमवार को चलाए गए टीकाकरण अभियान में भी बेहतर परिणाम नहीं मिल सका।
कई टीकाकरण केंद्रों से शिकायतें आ रही है कि दोपहर हो जाने के बाद भी टीकाकरण कार्यक्रम शुरू नहीं हो पाया और लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ा। पूरे जिले में सोमवार को शाम 6 बजे तक केवल 5940 लोगों का ही टीकाकरण हो पाया।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अधिकारियों का कहना है कि सोमवार को हुए टीकाकरण अभियान के लिए पूरे जिले में 261 शेसन आयोजित किए गए थे, इसके बावजूद भी वांछित लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि अनेक स्वास्थ्य कर्मी और एएनएम कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण भी वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर असर पड़ा है।
सोमवार को हुए टीकाकरण में 443 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गयी जबकि बाकी लोगों को दूसरी डोज लगाई गयी। पूरे जिले की बात करें तो अभी तक शहडोल जिले में लगभग सवा सात लाख लोगों को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है, वहीं लगभग साढ़े तीन लाख लोगों को कोरोना की दूसरी डोज़ लग चुकी है।
अभी जिले की आधी से ज्यादा आबादी को कोरोना की दूसरी डोज नहीं लग पाई है, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अभी जिले में दो लाख से भी ज्यादा ऐसे लोग हैं जिनकी वैक्सीन की दूसरी डोज डेट ड्यू है और वैक्सीन नहीं लगा रहे हैं।
सोमवार को शहडोल जिला कलेक्टर द्वारा अनेक टीकाकरण केंद्रों का दौरा किया गया और टीकाकरण अभियान की जानकारी ली गयी। प्रशासन को चाहिए कि टीकाकरण अभियान में और भी तेजी लाई जाए और जल्द से जल्द शहडोल जिले को पूरी तरह से वैक्सीनेट किया जाए ताकि सभी लोग कोरोना से सुरक्षित हो सके।