बीते अक्टूबर माह में शहडोल जिला चिकित्सालय से तीन विभागों की आईपीडी सुविधा को ट्रांसफर कर मेडिकल कॉलेज में शुरू कर दिया गया है, जबकि यहाँ पिछले चार महीनों से ओपीडी सुविधा भी कार्यरत हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज तक के पहुँच मार्ग की हालत यह है कि यहाँ पैदल चलना तक मुश्किल हो रहा है।
सड़क की मरम्मत न कराए जाने से मरीजों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं, बताया जा रहा है कि सड़क पर जगह जगह गड्ढे हैं ऐसे गड्ढों में एंबुलेंस फंसती है और मरीजों को झटके झेलने पड़ते हैं।
नये बस स्टैंड से लेकर मेडिकल कॉलेज तक कि यह सड़क सिंगल लेन है। इसके मरम्मत और चौड़ीकरण को लेकर प्रशासन द्वारा भी आदेश पारित कर दिए गए हैं लेकिन इसके बावजूद भी इस दिशा में कार्य नहीं हो सका।
समस्या केवल सड़क की मरम्मत की नहीं है बल्कि इस मार्ग पर यातायात सुविधा भी नहीं है। बताया जा रहा है कि इस रास्ते पर यातायात के अच्छे इंतजाम नहीं हैं, जिसके कारण मरीजों को अपने निजी वाहनों से मेडिकल कॉलेज पहुंचना पड़ता है, जिसकी लागत बहुत ज्यादा आती है।
हालांकि पहले नगरपालिका द्वारा खरीदी गई दो बसों को जयस्तंभ चौक से मेडिकल कॉलेज तक के लिए चलाया जा रहा था लेकिन बाद में इन्हें बंद कर दिया गया। कारण यह बताया गया है कि इस रास्ते पर सवारी न मिलने के कारण बस को चलाना व्यर्थ साबित हो रहा है इसलिए इसका परिवहन फिलहाल रोका जा रहा है। मरीजों को अधिक किराया देकर मेडिकल कॉलेज के अस्पताल पहुंचना पड़ रहा है। इन सब परिस्थितियों में जल्द ही सुधार की आवश्यकता है और यहाँ सड़क की मरम्मत और यातायात शुरू करने की दरकार है।