उमरिया जिले का संजय गांधी ताप पॉवर हाउस प्रबंधन लगातार यूनिटों के बंद होने के कारण चर्चा में है। पिछले दिनों यहां 500 मेगावाट की यूनिट नंबर 5 लंबी ओवरहालिंग के बाद चालू हुई थी, जो कुछ समय बाद बंद ही हो गई थी। इसके पीछे का कारण यूनिट के टरबाइन में वाइब्रेशन की समस्या थी, किंतु अब इस 500 मेगावाट की इकाई को चालू कर दिया गया है।
लेकिन एक बार इस समस्या के कारण संजय गांधी ताप पॉवर हाउस की 210 मेगावाट की एक नंबर यूनिट जो 2 महीने 10 दिन पहले ही लंबे ओवरहालिंग के बाद शुरू की गई थी, वह 3 दिन बाद फिर से बंद हो गई। अब इसके पीछे का कारण सिर्फ यूनिट के टरबाइन में हो रही वाइब्रेशन की समस्या है, या फिर इसे कड़ी जांच के बिना ही चालू कर दिया गया था, या इसका ठीक तरह से मेंटेनेंस नहीं कराया जा रहा था , कुछ स्पष्ट नहीं है। लगातार संजय गांधी ताप पॉवर हाउस की यूनिटों में आ रही परेशानियों का कारण कहीं न कहीं पॉवर हाउस प्रबंधन की लापरवाही कही जा सकती है।
ऐसा बताया गया है कि संजय गांधी ताप पॉवर हाउस में मेंटेनेंस के नाम पर खेल किया जा रहा है। यूनिटों को लंबे समय तक बंद रखा जाता है, लेकिन उसमें कोई काम नहीं होता। प्रबंधन द्वारा सिर्फ यह कहा जाता है कि यूनिट में काम हो रहा है और जो काम होता भी है उसमें घटिया उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि पॉवर हाउस प्रबंधन ने इन आरोपों को साफ-साफ गलत बता दिया है।
संजय गांधी ताप पॉवर हाउस के चीफ इंजीनियर हेमंत संकुल का कहना है कि ओवरहालिंग के बाद 210 मेगावाट की एक नंबर यूनिट की टेस्टिंग की जा रही थी और टेस्टिंग के दौरान ही यूनिट बंद हुई है। जल्द ही यूनिट को फिर से चालू कर लिया जायगा।