कोरोनाकाल में लॉकडाउन लगने के कारण अनूपपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में कई ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था, जिससे कई व्यापारियों का कारोबार चौपट हो गया था। व्यापार के लिए उन्हें खुद के वाहनों का इस्तेमाल करना पड़ता था जिससे आर्थिक दबाव भी ज़्यादा हो जाता था और अब वैसे ही महंगाई पूरे चरम पर है, और अपने वाहनों से व्यापार का बड़ा-बड़ा सामान लेकर एक जगह से दूसरी जगह जाने में व्यापारियों का बहुत पैसा खर्च हो जाता है और आमदनी से ज़्यादा नुकसान हो जाता है।
इसी कारण से पैसेंजर ट्रेनों को शरू करने और रिजर्वेशन सिस्टम को समाप्त कर सामान्य टिकट में परिचालन को लेकर सोमवार को कोतमा नगर के व्यापारी और आमजन के साथ-साथ युवाओं ने भी कोतमा स्टेशन प्रबंधक को, रेल प्रबंधक बिलासपुर के नाम ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में ट्रेन परिचालन बंद होने से प्रभावित सैकड़ों यात्रियों ने चिरमिरी-कटनी, चिरमिरी- चंदिया, अंबिकापुर-शहडोल और चिरमिरी-रीवा की ट्रेनों के परिचालन को शुरू करने की मांग की है।
वहीं समान्य यात्रा के लिए रिजर्वेशन से भी आम जनता परेशान है। बिजुरी,राजनगर, चिरमिरी, जमुना, कोतमा क्षेत्र कोयलांचल क्षेत्र है जहां से सरकार को अरबो रुपये राजस्व प्राप्त होते है, मगर सुविधा के नाम कुछ भी नहीं है। जिले में कुल छह ट्रेनों का परिचालन हैं, जिसमें रेलवे द्वारा पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस ट्रेन का नाम देकर यात्रियों से चार गुना ज़्यादा किराया वसूला जा रहा है। जिसके प्रति सख्त कार्यवाही और किराया कम करने के लिए भी जनता द्वारा मांग की गई है।
कोरोना केस की धीमी रफ़्तार और ज़्यादातर लोगों के वैक्सीनेटिड होने के बाद देश भर में कई चीज़ो का संचालन अब शुरू कर दिया गया है। जिसे देखते हुए अब रेलवे प्रबंधन को भी जल्द से जल्द सभी बंद ट्रेनों के परिचालन को शुरू करना चाहिए ताकि रेलवे में सफर के लिए आम जनता को व्यापार समेत अन्य महत्वपूर्ण कार्य में हो रहे नुकसान को कम किया जा सके। बढ़ती महंगाई को मद्देनज़र रखते हुए प्रशासन को बंद ट्रेनों का परिचालन शुरू करना चाहिए और पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों से अत्यधिक किराया वसूले जाने पर भी रोक लगानी चाहिए।