अनूपपुर में अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र चचाई की 210 मेगावाट यूनिट की बॉयलर की ट्यूब फट जाने से गुरुवार से बिजली उत्पादन ठप्प पड़ा हुआ है, जिस कारण पावर जनरेटिंग कंपनी का करोड़ो का नुकसान हो गया, साथ ही इस कारण से जिले के कई क्षेत्र में बिजली भी गायब रही।
ज्ञात हो कि जुलाई के महीने में ही इस यूनिट की ओवरहॉलिंग की गई थी। उसके बाद अक्टूबर के महीने से ही चचाई स्थित अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र में 210 मेगावाट की यूनिट, 120 मेगावाट की क्षमता पर चलाई जा रही थी। कम क्षमता में चलने की वजह विद्युत् केंद्र द्वारा बताई नहीं गयी है।
गुरुवार दोपहर 12 बजे जब यूनिट को 200 मेगावाट पर लाया जा रहा था, तभी एक तेज धमाके के साथ बायलर की ट्यूब में लीकेज आ गया और यूनिट को बंद करना पड़ा। बताया जाता है ट्यूब लीकेज होने की वजह यूनिट को फुल लोड पर चलाना था। यूनिट को पूरी क्षमता के साथ चलाने के लिए धीरे- धीरे यूनिट की मेगावाट क्षमता बढ़ायी जाती रही और 200 मेगावाट की क्षमता के आते यूनिट की बायलर ट्यूब फट गई।
विद्युत केंद्र ने यूनिट को फुल लोड पर लेने का कारण बताया कि बिरसिंघपुर पाली की यूनिट एक-एक करके बंद हो गई है, जिससे प्रदेश में बिजली की कमी आ गई है, ऐसे में चचाई बिजलीघर को पूरी क्षमता में चलाने का निर्णय लिया गया और लोड पर लेने के दौरान ही यूनिट की वायलर ट्यूब लीकेज हो गई।
फिलहाल विद्युत् केंद्र के अधिकारी इस यूनिट को ठीक करने में लगे हुए हैं, लेकिन इस यूनिट के पुनः परिचालन में अभी भी करोड़ो रूपए खर्च हो जाने की आशंका है। पहले ही इस यूनिट के खराब होने से बिजली का काफी उत्पादन प्रभावित हो गया है। अब इस यूनिट को फिर से चालू करने के लिए मरम्मत कार्य तेज़ी से चल रहा है और संभवतः यह इस शनिवार तक चालू हो जायगा और बिजली उत्पादन फिर से शुरू हो जायगा।