अनूपपुर के जनपद पंचायत कोतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत कटकोना में पदस्थ रोजगार सहायक के खिलाफ कई सारी शिकायतों के मिलने के बाद जब जांच की गई, तो वह हर तरह से दोषी पाया गया। प्रशासन के नाक के नीचे उसी के कर्मचारियों द्वारा कथित कामों में भ्रष्टाचार व अपराध किए जा रहे थे, किंतु प्रशासन ही इस बात से कई समय से अनजान था।
रोजगार सहायक आशीष कुमार महरा के खिलाफ पंच परमेश्वर एवं 14वां वित्त की राशि में अपने निजी सगे संबंधियों का नाम फर्जी आहरण किए जाने, महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों, तालाब, मेढ़ बंधान में भ्रष्टाचार किए जाने, और भी बहुत से अपराध करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसके बाद जनपद सीईओं ने जांच दल गठित करते हुए मामले कि जांच की।
जांच के बाद प्रतिवेदन जिला पंचायत सीईओ को सौंपी गई। उक्त शिकायतों के अलावा सचिव व रोजगार सहायक आशीष महरा द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों जैसे कि खेत, तालाब, मेढबंधान में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार की जांच में जांच टीम ने हितग्राहियों के लिए एस्टिमेटेड कास्ट से कई ज़्यादा पैसों का खर्च पाया।
रोजगार सहायक द्वारा राजश्री ट्रेडर्स बिजुरी के प्रमाणक भुगतान में 24 में 32 हजार 860 रूपए का भुगतान किया गया, भुगतान चेक के अनुसार सिलिंग फैन, बल्व, टेबिल, कुर्सी सामग्रियों को खरीदा गया था लेकिन जांच में उक्त सामग्री स्टॉक पंजी मांग की गई किन्तु सचिव द्वारा स्टॉक पंजी उपलब्ध नहीं कराई गई। और वह सामग्री पंचायत कार्यालय में भी मौजूद नही थी।
जिस पर जांच टीम ने अपने जांच प्रतिवेदन में मध्यप्रदेश भंडार क्रय नियम के तहत वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में होने के साथ उक्त राशि गबन की है, जो वसूली योग्य है। इसके साथ विक्रेता रविन्द्र तिवारी को कार्यालय व्यय हेतु 90 हजार 284 का भुगतान किया गया, जिस पर सचिव व रोजगार सहायक ने ग्राम पंचायत कटकोना से स्टॉक पंजी व बिल वाउचर प्रस्तुत नही किया।
इतना ही नहीं रोजगार सहायक आशीष महरा द्वारा 29 लाख 76 हजार 497 की फर्जी खरीद-फरोख्त और शासकीय राशि का खुलेआम वित्तीय अनियमितता किया गया। जिसके बावजूद रोजगार सहायक को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद कोतमा द्वारा पुरस्कृत कर उन्हें ग्राम पंचायत कटकोना में पदस्थ रखा गया।
भ्रष्टाचार और स्वार्थ के चलते कुछ सरकारी कर्मचारियों द्वारा पूरा जिला प्रशासन खोखला होता जा रहा है। उम्मीद है, दोषी आशीष कुमार महरा के खिलाफ सख्त कार्यवाई कर कड़ी-से कड़ी सजा दी जायगी।