स्वर्ण समाज की महिलाओं के बारे विवादित बयान देने के बाद प्रदेश सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह के खिलाफ प्रदेश भर के कई जिलों में शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। रॉयल राजपूत संगठन द्वारा शहडोल, अनूपपुर,उमरिया और बुढ़ार जिलों में बिसाहूलाल सिंह का पुतला जलाया, और उन्हें पद से हटाने की मांग को लेकर नारेबाज़ी की गई और रैली निकालकर जमकर बवाल मचाया गया।
वैसे तो प्रदेश भर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा प्रदेश की बहु-बेटियों की रक्षा, सुरक्षा और सम्मान की बात को लेकर कई प्रयास और पहल की जाती है, ताकि कोई भी किसी भी महिला का अपमान न कर सके, किंतु जब प्रदेश के ही एक मंत्री द्वारा महिलाओं के खिलाफ कटु शब्द और विवादित बयान दिया जाता है, तब इस बात को ज़्यादा से ज़्यादा दबाया क्यों जाता है? एक ओर मुख्यमंत्री प्रदेश की हर मां-बहन को अपनी बहन और भांजी बताते हैं, वहीं उन्हीं के मंत्री महिलाओं का अपमान करते हुए उनके बारे में कुछ भी अनाब-शनाब बोलते हैं।
शहडोल संभाग के मुख्य गांधी चौराहे पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया कमेटी के अध्यछ आज़ाद बहादुर सिंह जी ने कहा बिसाहूलाल सिंह कांग्रेस में रहकर दलाली करने वाले विधायक हैं। अभी भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी विचारधारा बदल गई है इसलिए उन्होंने यह विवादित बयान दिया जिसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है।
और उन्होंन कहा की कांग्रेस की सरकार प्रजातांत्रिक तरीके से चुनी गई थी। भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश की सरकार, जनमत चुराकर बनी है, और बिसाहूलाल उन्हीं विधायको में से एक हैं जिनका दल बदल कर कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरवाने में हाँथ था।
विरोध प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं की मुख्यमंत्री से मांग है कि खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। इन लोगों का कहना है कि बिसाहूलाल सिंह द्वारा दिया गया यह ब्यान मातृशक्ति का अपमान करता है, जो की किसी भी मान्य में स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा ये चाहते हैं कि बिसाहूलाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्यवाई की जाए। साथ ही इन लोगों ने इनके इस्तीफे की मांग भी की है।