अनूपपुर में समस्त मेडिकल लैब टेक्निशियन एसोसिएशन ने मध्यप्रदेश राज्य को मेडिकल लैब टेक्नीशियनों की मांगो के संबंध में अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को 17 सूत्री मांगो हेतु ज्ञापन सौंपा। दरअसल इन लैब टेक्नीशियनों की कई आवशयक मांगे हैं, जो कि प्रशासन द्वारा पूरी नहीं की गई हैं। और अब समस्त मेडिकल लैब की टीम ने अपनी मांगो को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा है और अगर ऐसा नहीं होता है, तो इनके पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता है।
जिला चिकित्सालय में पदस्थ टेक्नीशियन सुशील तिवारी और कमलेश पटेल के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में उन्होंने बताया कि इन लैब टेक्नीशियन की टीम की प्रमुख मांगे हैं, कि वेतनमान को बढ़ाना, नियत 5 वर्षों में पदोन्नति, नियमित पदों की संख्या बढ़ाना और पूर्व से रिक्त पदों की भर्ती, लैब टेक्नीशियन को आगे बढ़ने के अवसर, लैब असिस्टेंट व लैब अटेंडेंट की नियुक्ति, डेथ क्लेम, रिस्क अलाउंस, नॉन-प्रैक्टिस अलाउंस, प्राइवेट प्रैक्टिस और लैब चलाने की अनुमति, आदि जैसी कई अन्य और आवशयक मांगे भी है।
यह मांगे इसलिए भी बेहद ज़रूरी हो जाती हैं ताकि लैब में कार्यरत टेक्नीशियन के बीच कोई वाद-विवाद या किसी प्रकार का झगड़ा न हो और काम भी सुचारु रूप से चल सके। अगर यह मांगे पूरी की जाती हैं तो टेक्नीशियन भी मानसिक तौर पर संतुष्ट रहेंगे, जिससे उनके काम में भी गुणवत्ता आएगी।
इसके अलावा इनकी मांग है कि साल 2019 में जो शासन द्वारा नए नियुक्त हो रहे नियमित लैब टेक्नीशियनों को पहले 3 सालों तक मूल वेतन धीरे-धीरे बढ़ाने की नीति लागू की गई थी, वो अब शुरू से पूरे 100 प्रतिशत वेतन व समस्त सुविधाओं के साथ प्रदान की जाए। अगर लैब में टेक्नीशियनों को सभी सुविधाएं प्रदान की जाएगी, तभी वे अपने काम को गुणवत्ता के साथ पूरा कर सकेंगे।
अब देखना ये होगा कि प्रशासन द्वारा कब तक इन लैब टेक्नीशियनों की मांगो को पूरा और इनकी समस्याओं का निराकरण किया जाता है। और अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो इनके द्वारा हड़ताल जारी कर आंदोलन किया जायगा, जिससे जिला अस्पताल में जारी सुविधाएं ही प्रभावित होंगी।