उमरिया के मानपुर में एमपीआरडीसी द्वारा करोड़ों की लागत से नदी, नालों पर ब्रिज का निर्माण करवाया गया था। जिसके बाद ही ग्रामीणों ने यह अनुमान लगा लिया था कि यह सभी निर्माण कार्यों की पोल जल्द ही खुलेगी और जल्द ही इनके निर्माण कार्य में कोई न कोई दिक्कतें सामने आयंगी ही। और हकीकत में ऐसा ही हुआ, विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ पहुंचमार्ग हो या फिर कटनी, सतना व रीवा को जोड़ने वाले अमरपुर चिल्हारी का मार्ग, सब रास्तों की सड़के अब जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने लगी है। जिले के ग्रामीण आबादी बाहुल्य मानपुर जनपद क्षेत्र में मध्य प्रदेश शासन ने करोड़ों की लागत से नदी, नालों पर ब्रिज का निर्माण तो करवा दिया, किंतु इसकी गुणवत्ता की जांच ठीक से नहीं की।
वहीं, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत वर्ष 2017-18 में कुदरा से बकेली मार्ग के बीच उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया गया था। और अभी तक इसके निर्माण को हुए ज़्यादा वक्त भी नहीं हुआ कि इसके एप्रोच वाले छोर में लंबी दरारें उभर चुकी हैं। गांव वासियों का कहना है कि पूर्व में विभाग की तरफ से एक टीम का दौरा भी हुआ था। उन्होंने लीपापोती करते हुए ऊपर से क्रैक को डामर के जरिया भर दिया जबकि नीचे नाले के कटाव वाले एरिया में कंक्रीट की पक्की दीवार नहीं बनाई गई।
यही हाल परासी मोड़ के आगे ताला बांधवगढ़ मार्ग का है। 70 करोड़ से अधिक लागत से इस सीसी सड़क का निर्माण एमपीआरडीसी द्वारा साल 2017-18 में किया गया था। बनने के साल भर बाद ही ओवरब्रिज में शिकायतें खुलकर सामने आ चुकी हैं। देशी के साथ ही अंतराष्ट्रीय टूरिज्म जैसे महत्वपूर्ण स्थल बांधवगढ़ पहुंचमार्ग का यह ब्रिज अब धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होता जा रहा है। और यहां आवागमन करना भी खतरे से खाली नहीं लग रहा है।
किंतु प्रशासन को इसकी कोई फ़िक्र नहीं है कि उनके अधिकारियों द्वारा ही ऐसा गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य जिलों में करवाए जा रहे हैं । प्रशासन के ही अधिकारियों द्वारा कराए गए सड़क, पुल व नाले के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की गंद आ रही है। भले ही सरकार कितना ही चीख-चीख के बताले कि निर्माण कार्यों में करोड़ो रूपए लगाए गए हैं किंतु जो तस्वीरें अब सामने आ रही हैं, उससे ये साफ हो गया है कि करोड़ो की लागत से यह निर्माण कार्य कराए तो गए हैं पर निर्माण के एक साल के अंदर ही क्षतिग्रसत हुई सड़कें,पुल व ब्रिज इन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को साफ-साफ दर्शा रहे हैं।