सेमीफइनल में मिली हार के बाद भारत ने शानदार वापसी कर एशियन हॉकी चैम्पियनस ट्रॉफी में कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। सेमीफइनल में भारत का मुकाबला जापान के विरुद्ध था जिसमे अप्रत्याशित मिली हार से सभी भारतीयों को बड़ा झटका लगा लेकिन हॉकी प्रेमियों के लिए अच्छी खबर सामने आयी है। भारत हॉकी टीम ने पाकिस्तान को 4-3 से मैच में सिकस्थ देकर काँस्य पदक प्राप्त कर लिया है।
भारत ने अब तक एशियन हॉकी चैम्पियनस में कुल 5 बार पदक प्राप्त किया है। जिसमे तीन बार गोल्ड, एक बार रजत और एक बार काँस्य पदक प्राप्त किया है। साल 2011, 2016 और 2018 में भारत ने स्वर्ण और 2012 में सिल्वर पदक जीता था जबकि इस वर्ष भारत ने पहली बार ब्रॉन्ज़ पदक जीता है। पहली बार ऐसा हुआ है जब पाकिस्तान ने कोई पदक नहीं जीता है। भारत इस टूर्नामेंट में तीनो पदक जीतने वाला पहला देश बन गया है।
भारत और पाक दोनों दूसरी बार आमने सामने आये इससे पहले ग्रुप स्टेज में दोनों टीम का आमना सामना हुआ था जिसमे भारत ने पाक को हार का स्वाद चखाया था और टीम ने 3-1 से जीत हासिल की थी। काँस्य पदक के लिए दोनों टीम ने दावेदारी प्रस्तुत की थी जिसमे भारत ने कड़ी टक्कर दी। हरमनप्रीत पूरे मैच के हीरो साबित हुए। दोनों टीमें पहली बार कांस्य पदक मैच के लिए आमने-सामने हुईं।
इससे पहले टूर्नामेंट के इतिहास में चार बार नॉकआउट मुकाबलों में भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच भिड़ंत हुई है, लेकिन सभी मैच फाइनल थे। 2011 में भारत ने पाकिस्तान को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया था। 2012 में पाकिस्तान ने भारत को 5-4 से हराया था। 2016 में भारत ने पाकिस्तान को 3-2 से रौंदा था। 2018 में दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया था।