उमरिया जिले में क्या मुख्य मार्ग, क्या नेशनल हाइवे बस्ती-बस्ती तक सड़को का हाल भयावह और दुर्घटना को निमंत्रित करने वाला है। उमरिया नगर में जय स्तम्भ से एक्सीलेंस तक जाने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह से जर्जर हो गया है। साल 2015 में मार्ग चौड़ीकरण किया गया था और मुख्यमंत्री ने भी 11 करोड़ रु मार्ग सौंदर्यीकरण के लिए दिया जिसमें 6 से ज्यादा सड़कों का निर्माण 2017-18 में किया गया था। लेकिन अब सड़क की हालत देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता की कभी सड़क का कायाकल्प भी किया गया होगा।
रमपुरी मार्ग में हर 50 मीटर में एक गड्ढा है और यही नहीं कलेक्ट्रेट कॉलोनी को जाने वाला रास्ता भी खस्ता हाल है। रणविजय चौक शहर का मुख्य चौराहा है जहाँ नगर पालिका कार्यालय, जिला न्यायालय जैसे प्रमुख दफ्तर है। और हर रोज इस मार्ग से प्रमुख अधिकारी आते जाते हैं पर सड़क के गड्ढों और जर्जर हालत पर किसी का ध्यान नहीं जाता। समस्या बारिश के समय और बढ़ जाती है जब बारिश का पानी सड़क पर इकठ्ठा हो जाता है जिससे वाहन चालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
कुछ ऐसा ही हाल लालपुर मुक्तिधाम के पास बस्ती मार्ग का भी है जहाँ न जाने कितने साल पहले सड़क निर्माण कार्य किया गया होगा क्योंकि अभी बस्ती मार्ग का हाल बेहद ख़राब हालत में है और वहां नव निर्माण की सख्त आवयश्कता है। बस्ती मार्ग में पानी निकलने की भी कोई व्यवस्था नहीं है जिससे सड़क में दूषित पानी इकठ्ठा हो जाता है और लोगों को मार्ग का गड्ढा दिखाई नहीं देता जिससे आये दिन कोई न कोई दुर्घटना होते रहती है।
उमरिया जिले में कई ऐसी सड़के हैं जिन्हे तत्काल मरम्मत की जरुरत है लेकिन इस पर किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं जाता। जिस वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। अब देखना ये होगा की सड़कों के गड्ढों को भरा भी जाता है या फिर उन्हें देखकर गाड़ियों के शीशे ऊपर चढ़ा लिए जाते हैं।