ठंड का मौसम शुरू होते ही इसका असर आपकी त्वचा, शरीर और शारीरिक गतिविधियों पर पड़ने लगता है। सर्दियों में भूख बढ़ जाती है और शारीरिक मेहनत कम हो जाती है, लेकिन छोटी-छोटी बातों के साथ सुबह की शुरुवात की जाए तो यह मौसम आपके स्वास्थ व सौन्दर्य के लिए वरदान साबित होगा। सर्द हवाओं और ठिठुरन की वजह से लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ रहा है. BP बढ़ने की वजह से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ रहा है. इतने अधिक सर्द मौसम में नाक से खून निकलने और हार्ट अटैक की परेशानी के साथ कई मरीज इन दिनों इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. इनमें अधिकतर बुजुर्ग और हार्ट की बीमारियों से पीड़ित लोग हैं। अब बढ़ते हैं कुछ ऐसे सवालों की ओर जो हमारे दिमाग में हमेशा घूमते रहते हैं इस कड़कड़ाती ठंड में।
पहला, ठंड में क्यों बढ़ता है इनफेक्शन का खतरा? ठंडी हवा, कम तापमान से रक्त धमनियों के सिकुड़ने से इनफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, जिसके लिए सावधानी बरतनी काफी आवश्यक हो जाती है। दूसरा, ठंड में बीमारियों से कैसे बच सकते हैं? डाइट प्रोटीन, दूध, अंडे का पर्याप्त सेवन करें. सही और बेहतर खान-पान के माध्यम से ठंड की मार से बचने का रास्ता अपनाया जा सकता है। तीसरा, सर्दी में ब्लड प्रेशर कैसे कंट्रोल करें? तो शरीर के आंतरिक तापमान को स्थिर बनाए रखें. ठंड से बचने के उचित उपाय करें. गर्म कपड़ों और मोटी रजाई/कंबल का इस्तेमाल करें. चौथा, सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक के खतरे से कैसे बचें? तो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके ही ब्रेन स्ट्रोक से बचा जा सकता है. सबसे पहले ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें। पाँचवा, ठंड में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा क्यों होता है ? शरीर को गरम रखने के लिए हार्ट को ज्यादा काम करना पड़ता है, जिससे अटैक का खतरा रहता है. ऐसे में ठंड के मौसम में अपना ख्याल रखें। छटवा, डायबिटीज के मरीज परेशानी से कैसे बचें? पहले तो, ठंड में पानी पीना कम न करें, वरना शुगर लेवल बढ़ सकता है. डायबिटीज पर कंट्रोल करने के लिए ज्यादा एक्सरसाइज पर ध्यान दें।
अब लोग स्वेटर, जैकेट तो पहन लेते है पर सर खुला रखते है। टोपी लगाना अच्छा नहीं लगता है और मफलर अंकल टाइप लगता है। सर, हाथ और पैर खुले रहने से शरीर की गर्मी सबसे ज्यादा बाहर निकलती रहती है और सर्दी लग सकती है। बढ़िया ब्रांडेड, स्टाइलिश टोपी खरीदिये और कूल मफलर ले आइये। न सिर्फ ये आपको कूल लुक देगा साथ ही हॉट भी रखेगा। पैरो में मोटे मोज़े और हाथों में दस्ताने पहनिए। वुलन इनर कपड़ों के अंदर पहनिए, ये शरीर की गर्मी मेन्टेन रखता है।
अब एक ऐसी बात जिसे सुनकर और आजमा कर हैरान रह गई जी हाँ, गर्म पानी से नहाने में बड़ा मज़ा आता है पर ठंडे पानी के भी अपने फायदे हैं। Hot Water से नहाने के बाद 1-2 मग ठंडा पानी अपने ऊपर डाल लें। यह ठंडा पानी सिर से डालना जरुरी नहीं है।अजीब लगता है पर यह उपाय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढाता और मजबूत करता है। ठंडा पानी त्वचा और शरीर के अंगों में Blood Circulation बढाता है और आप तरोताजा महसूस करते हैं। सर्दियों में गरम पानी से नहाकर निकलने पर भी लोग कांपते रहते हैं लेकिन इस उपाय से गजब की गर्मी पैदा होती है। बच्चे, बुजुर्ग या बीमार व्यक्ति को ऐसा करना जरुरी नहीं है।
अगर ठंड से शरीर कांपने लगे तो इसका मतलब आपका शरीर आपको सर्दी लगने की वार्निंग दे रहा है। यदि आपको कंपकंपी लग रही है तो तुरंत किसी गर्म जगह पर चले जाइये साथ ही शरीर को गर्म करने के उपाय कीजिये।कंपकंपी ज्यादा होने पर घातक भी हो सकती है अतः इस वार्निंग को हल्के में न लें। वहीं, ठंडियों में गर्म चीजें जैसे Tea, Soup आदि पीने में बड़ा सुकून मिलता है। ये शरीर के अंदर का टेम्परेचर भी बढाता है लेकिन एक बात का ध्यान रखें। गर्म पेय शरीर का तापमान बढाता है, पसीना भी आ सकता है पर अगर शरीर खुला हुआ है तो यह पसीना उड़ जाता है और शरीर का तापमान कम कर देता है। अतः गर्म पेयों का मज़ा लें पर अपने शरीर को ढक कर रखें।
इस समय हम रूम हीटर का भी इस्तेमाल करते हैं तो रूम हीटर या ब्लोअर लगाने से कमरा गर्म तो होता है पर अन्दर की हवा में रूखापन आ जाता है क्योंकि हवा से नमी (humidity) खत्म हो जाती है। इसे दूर करने के लिए कमरे में किसी कटोरे या बर्तन में पानी भर कर रखें। अगर कोई धुले हुए भीगे कपड़े हो तो उसी कमरे में कहीं सूखने के लिए डाल दें या कोई मोटा कपड़ा जैसे तौलिया आदि उसे पानी में भिगोकर कमरे में टांग दें। यह उपाय करने से हवा में नमी बनी रहेगी और रूखापन नहीं लगेगा।
ठंड लगने पर गले मे दर्द, खिचखिच और खांसी जैसी तकलीफ होती है जो बहुत कष्टकारी होती है। कई बार तो दर्द इतना बढ़ जाता है कि बोलने और खाने में भी तकलीफ होती है। इस समस्या को खत्म करने में घरेलू नुस्खे आपकी मदद कर सकते हैं। जैसे हर आधे घण्टे पर गुनगुना पानी पिएं। ये न केवल आपके गले को सेंक पहुंचाता है, बल्कि आपके शरीर में पानी की कमी भी नहीं होने देता, गर्म पानी में एक चुटकी नमक और हल्दी डालकर उससे गरारे करें। आयुर्वेद के अनुसार हल्दी और नमक गले को सेंक कर कफ दोष से निजात दिलाते हैं। साथ ही हल्दी के एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल गुण इन्फेक्शन खत्म करते हैं और गले के दर्द से राहत मिलती है, अदरक की हर्बल चाय दिन में तीन से चार बार पियें, रात को सोने से पहले एक चम्मच शहद खाएं। उसके ऊपर से पानी न पियें। शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो गले को राहत देते हैं।
अगर आपकी नाक बह रही है तो आप इन नुस्खों की सहायता ले सकते हैं, नाक में जितनी गहराई तक हो सके, तेल लगाएं। इसके लिये सरसों का तेल बेस्ट होता है, लेकिन अगर आपको उसकी गंध बर्दाश्त नहीं होती, तो आप बादाम या जैतून का तेल भी लगा सकती हैं,ये नाक को ड्राई होने से बचाएगा और बार-बार नाक पोंछने पर होने वाले रैशेस को भी दूर करेगा, रात को सोने से पहले नाक को जरूर साफ करें। इससे आपको सोते समय सांस लेने में समस्या नहीं होगी,खौलते हुए गर्म पानी से भाप लें। इस पानी में दो-चार लौंग और दालचीनी भी डाल लें। जर्नल इन्वेस्टिगेटिव मेडिसिन के अनुसार दालचीनी और लौंग एंटीइंफ्लेमेटरी होती हैं, जो आपकी बन्द नाक को खोलती हैं। ये आपकी बन्द नाक खोलने का काम करेगा।
ठंड लगने पर पेट मे दर्द होना और दस्त एक बड़ी समस्या है। ये न सिर्फ कष्टदायक है, बल्कि शरीर को डीहाइड्रेट भी कर देता है ऐसे में दस्त रोकने के लिए एक चुटकी अजवाइन, एक चुटकी मेथी और एक चुटकी काला नमक लें। इसे फांक लें और ऊपर से गुनगुना पानी पी लें। अजवाइन और मेथी पेट बांधती हैं और काला नमक मल को सॉलिड बनाने में सहायक होता है। ये तीनों ही इंग्रेडिएंट्स पाचन में सहायक हैं।पेट मे दर्द होने पर गर्म कपड़े से पेट की सिकायी करें। ये पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करेगा और ठंड से भी राहत देगा, भोजन एकदम हल्का लें जैसे खिचड़ी, दलिया इत्यादि। अपने भोजन में हींग की मात्रा बढ़ा दें। जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड इनट्रीन्सिक मेडिसिन के अनुसार हींग में एंटीइंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी होती हैं, जो पेट दर्द में राहत देती है। साथ ही हींग गर्म होती है जो ठंड के असर को कम करती है।
ताजा बना भोजन ही करें। रखा हुआ कुछ न खाएं, पूरी नींद लें और ज्यादा से ज्यादा आराम करें, हाथों को बारबार धोएं और साफ रूमाल या टिश्यू का उपयोग करें, जब तक स्वस्थ न हो जाएं, घर के बाहर न निकलें। और अब अगर आपको ठंड लगे तो आप जानते हैं की क्या करना है।