कल दोपहर यानि गुरूवार को दो राजनीतिक पार्टियों की झड़प ने प्रदेश भर में हड़कंप ही मचा दिया। दरअसल, छिंदवाड़ा के सिंगोड़ी में गुरुवार दोपहर कांग्रेस ने विभिन्न मांगो को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला जलाने पहुंचे युवक कांग्रेस कार्यकर्ता और भाजपा के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। पहले दोनों ओर से नारेबाजी हुई फिर पत्थरबाजी शुरू हो गई और फिर गाड़ियों की तोड़फोड़। जिसमें दोनों पक्षों के एक दर्जन कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाई, पानी की बौछार भी की। बावजूद इसके सीएम का पुतला फूंकने में युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता सफल हो गए। युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हुई झड़प के बाद जिला मुख्यालय से कांग्रेस के बड़े पदाधिकारी व तीन विधायक भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद मुख्यमार्ग पर धरना देकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी।
अब इस मामले में पुलिस ने दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर तोड़-फोड़ और मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस जितनी देर में इन दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को रोकती, उतनी देर में तो इन्होंने आपस में नारेबाज़ी और पत्थरबाज़ी ही शुरू कर दी। इसके बाद यह मामला गर्माता ही चला गया। इसके बाद इन दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ता एक दूसरे पर ही मारपीट का केस दर्ज करने की मांग करने लगे।
कार्यक्रम में सिंगोड़ी पहुंचे युवक कांग्रेस अध्यक्ष एकलव्य आहके समेत अन्य कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। इसके लेकर काफी देर तक कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। कांग्रेसियों का कहना था कि मारपीट करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए। नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता सिंगोड़ी चौकी पहुंच गए। उन्होंने चौकी का घेराव किया। सूचना पर चौरई विधायक चौधरी सुजीत सिंह और अमरवाड़ा विधायक राजा कमलेश शाह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे भी सिंगोड़ी पहुंचे।
पुलिस के अनुसार दोनों पक्षों के 6-6 कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। अधिकांश के सिर व हाथ में चोट बताई जा रही है, जिसके बाद घायलों को अमरवाड़ा अस्पताल ले जाया गया। बहुत मशक्कत के बाद ही पुलिस इन दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं को नियंत्रण करने में सक्षम हुई और बहुत देर बाद जाकर यह मामला कहीं शांत हुआ। अब पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। और इस झड़क का सबूत भी सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया है। जिस से अब ये अपने पागलपन और अपराध की सजा से अब नहीं बच पायंगे। एएसपी संजीव उईके ने कहा कि सीसीटीवी और वीडियो फुटेज के आधार पर पथराव करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
बात चाहे आपके हित में हो या न हो पर इसका मतलब हरगिज़ ये नहीं है कि आप हिंसा का सहारा लेकर अपनी बात मनवाए। कोविड महमारी के इस गंभीर समय में तो खासकर हर एक चीज़ का लोगों को ध्यान रखना चाहिए। और पार्टी के कार्यकर्ताओं का कर्त्वय बनता है कि वे जनता को अच्छे कामों के लिए प्रेरित करें न कि हिंसा का रास्ता चुने। उम्मीद है, कि पुलिस द्वारा इस मामले में सख्त कार्यवाही की जायगी और हिंसा फैलाने वालों को उनके इस शर्मनाक कार्य के लिए सज़ा भी मिलेगी।