प्रशासन की ओर से एक शिकायत में कितना चिन्तन किया जाता है इसका अंदाजा इस खबर से लगाया जा सकता है जहाँ नगर परिषद जयसिंहनगर के अध्यक्ष अशोक पाण्डेय ने विधायक से लेकर कमिशनर, कलेक्टर से लेकर जिलाध्यक्ष को 1 जून को शिकायत पत्र यह कहते हुए सौंपा था की मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती नीलम तिवारी द्वारा जब से पदभार गृहण किया गया है, बिल्कुल तभी से न तो इनके द्वारा नगर के विकास और जनहित के कार्यों में रुचि ली जा रही है और न ही शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है।
श्री पाण्डेय ने पत्र में उल्लेख किया था की श्रीमती तिवारी जो अपना मुख्यालय शहडोल में बना कर रखी हुई हैं, इनके द्वारा मनमाने ढंग से कार्यालय में आकर समय पास करते हुए 3-4 घंटे में पुनः वापस चली जाती है। इनके द्वारा किसी भी रूप में आम नागरिकों की समस्याओं के समाधान व अभियानों में कोई रुचि नही ली जा रही है। इस रवेये के कारण कई लाभारतियों को कई योजनाओं का लाभ नही मिल पाया है।,आगे शिकायत पत्र में लिखा है की नीलम तिवारी जिन्हे किसी भी प्रकार के क्रियाकलापों से कोई मतलब नही है वो तो लोगों की समस्या से पूरी पूरी दूरी बनाए रखती हैं जिसके चलते इसके पूर्व भी शिकायत परिषद पदाधिकारियों द्वारा भेजी गई है।
कोविड 19 महामारी संक्रमण को रोकने, लॉकडाउन का पालन, तथा कोविड वैक्सीनेशन के संबंध में भी श्रीमती तिवारी द्वारा नगर क्षेत्र में कोई प्रचार-प्रसार एवं परिषद पदधिकारियों के साथ बैठक कर कोई रणनीति नही बनाई गई। श्रीमती तिवारी द्वारा उक्त संक्रमण व वैक्सीनेशन कार्य तथा कोरोना संक्रमित परिवार जो अपने घरों में आइसोलेटेड रहे हैं न तो उन्हे संपर्क करने की कोशिश की गई और नाही कोविड काल को कोई महत्व दिया जा रहा है। अब तो शहर, आम जन और विकास भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
यह केस वोकल न्यूज शहडोल द्वारा भी एक बार आपके समक्ष रखा जा चुका है, लेकिन अब तक भी कोई निराकरण होता हुआ नजर नही पड़ता, अब ऐसे हालातों में एक आम नागरिक परेशान है, और साथ ही नगर परिषद की छवि धूमिल हो रही है। उम्मीद यही होगी की प्रशासन इस ओर ध्यान दे और जल्द से जल्द लोगों को इस मुसीबत से बाहर निकाले।