बेटियों को घर का मान समझा जाता है। कभी देवी, कभी लक्ष्मी, कभी देश का अभिमान समझा जाता है। लेकिन यह कैसा भारत है जो मैं देख रही हूं? जहां लड़कियों को सामान समझा जाता है!

सुल्ली बाई और बुल्ली बाई के बाद अब क्लब हाउस पर मुस्लिम महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक क्लिपिंग में क्लब हाउस पर कुछ लोग मुस्लिम महिलाओं पर गंदी और आपत्तिजनक टिप्पणियां करते सुनाई दे रहे हैं।

क्लब हाउस एक ऑडियो सोशल मीडिया एप है, जहाँ चैट सेशन होते है जिनमे लोग समूह बनाकर चर्चाये कर सकते है और किसी भी एक विषय को चुनकर उस पर अपनी अपनी बात रखते हैं। इस वायरल वीडियो में कुछ लोग क्लब हाउस के एक चैट रूम में ‘मुस्लिम लड़कियां हिंदू लड़कियों से खूबसूरत होती है’ जैसे विषय पर ऐसी भद्दी और आपत्तिजनक बातचीत करते पाए गए जिसे हम सुन भी नहीं सके। लड़कियों की शारीरिक संरचना और उनके शरीर के अंगों पर ऐसी घटिया बातचीत एक प्लेटफार्म पर खुलेआम की जा रही है! हैरानी की बात है कि इस ग्रुप में लड़कियां भी शामिल है और ऐसे में लोगों को इस तरह के कमेंट करने से रोकना तो दूर की बात है, कुछ लड़कियां अश्लील बातचीत पर हंसती तो कुछ इस को बढ़ावा देती नजर आई।
इस पूरी बातचीत को किसी यूज़र ने रिकॉर्ड करके ट्वीट कर दिया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑप्स ( IFSO) ने निगरानी के दौरान इस ट्वीट पर संज्ञान लिया। धार्मिक भावनाएं भड़काने और छेड़छाड़ की धाराओं में IFSO ने मामला दर्ज कर लिया है।
देश में हो रही इस तरह की घटनाओं के लगातार सामने आने के बाद ट्विटर पर लोग अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। इसी तरह के अन्य मामले बुल्ली ऐप और सुल्ली ऐप डील में हाल ही में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। अब एक ही महीने में इसी तरह का दूसरा मामला सामने आने के बाद ऐसी घटनाओं पर त्वरित और सख्त कार्यवाही करने की मांग उठ रही है।

कई पत्रकारों और जानी-मानी हस्तियों ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिनमें दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा कि किसी ने उन्हें ट्विटर पर टैग करके उस क्लब हाउस चैट के पूरे ऑडियो के बारे में बताया, जिसमे महिलाओं के खिलाफ घृणित यौन टिप्पणियां की गई। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ रही ऐसी घटनाओं से मैं व्यथित हूं। दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में एफआइआर दर्ज करने और दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की ।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में एफ आई आर दर्ज कर ली है। धार्मिक भावनाएं भड़काने, छेड़छाड़ और सौहार्द भंग करने जैसी तीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
एक ओर जहां अपनी मर्जी के कपड़े पहनने भर से युवाओं पर देश की संस्कृति पर लांछन लगाने के आरोप लगाए जाते हैं तब युवाओं द्वारा ऐसे गंदी और अश्लील टिप्पणियां करने पर क्या देश की संस्कृति और छवि को नुकसान नहीं पहुंचता? ऐसे मामलों पर आम जनता और समाज क्यों चुप्पी साध लेता है? आशा करते है, लोगों की मानसिकता में जल्द बदलाव आए और आने वाले समय में ऐसी घटनाएं सामने ना आए।