शहडोल के सिंहपुर थाना क्षेत्र में ग्राम खोडरी में गाँव के बाहर एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला, शव का नाम महेंद्र पटेल, उम्र 33 थी। पुलिस की पूछताछ पर मालूम हुआ की महेंद्र पटेल 18 जनवरी को सबेरे 8 बजे अपनी पत्नी रामप्यारी के साथ खेत गया था, शाम 5 बजे तक रामप्यारी वापस आ गई लेकिन महेंद्र नही लौटा। जब रात के करीब 9 बज गए तो परिवार वालों ने रामप्यारी से पूछा की उनका बेटा कहाँ है, तो उसने बताया की मेहेंद्र पटेल अपने ससुराल चला गया है। अगले दिन यानि 19 जनवरी की सुबह को महेंद्र पटेल का शव गड़ारी तालाब के पास आम के पेड़ के नीचे पाया गया।
जब शव की जांच की गई तो पाया गया की उसके गले में गला दबाने के निशान हैं, बाएँ कान के नीचे चोंट का निशान भी है और साथ ही साथ बाएँ गाल में सूजन भी है। यह आशंका जताई जा रही थी की किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा गला दबाकर एवं मारपीट कर हत्या की गई है। इस हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर दिया गया, जिसके बाद पुलिस कर्मि घटना स्थल पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। घटना स्थल के निरीक्षण के बाद, परिवार वालों से बात चीत जिसमे यह सामने निकल कर के आया की मृतक की पत्नी फोन में अधिक बातचीत करती थी, तथा उसके मृतक पत्ती को महिला के चरित्र के प्रति शंका थी।
इसीके चलते पत्नी रामप्यारी ने मृतक पत्ती महेंद्र पटेल को अपने परिचित संदीप पटेल के साथ मिलकर हत्या करने की बात स्वीकारी। पत्नी रामप्यारी ने आगे कहा की उसके पाती महेंद्र द्वारा अच्छा व्यवहार नही किया जाता था, आए दिन मार पीट करता रहता, वह जब भी कहीं बाहर आती जाती तो उसके चरित्र पर संदेह करने लगता, इसके चलते वह उससे काफी परेशान हो चुकी थी।
इन मुसीबतों के चलते अपने परिचित संदीप पटेल के साथ मिलकर रामप्यारी ने बीती शाम को अपने पत्ती महेंद्र पटेल को उसी के गमछे से गला घोंटकर मार दिया। उम्मीद यही होगी की ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए की ग्रामीण अंचल में रह रहे लोगों को सही कौनसेलिंग प्राप्त हो, ताकि लोग सही समय पर सही फैसला ले सकें।