2019 की शुरुआत में एक नाम हमारी जिंदगी में आया जिसने पूरी दुनिया ही बदल कर रख दी। वह नाम था कोरोना वायरस। इसके बाद कई नए- नए नामों से हमारा परिचय होता गया। सोशल डिस्टेंसिंग सैनिटाइजर, N95 मास्क हमारे रोजमर्रा के जीवन में शामिल हो गए। कोरोना महामारी की पहली लहर बीतने के बाद आई दूसरी लहर तक लोगों ने इसे हल्के में लेना शुरू कर दिया। लेकिन लाखों लोगों की मौत लेकर आई इस लहर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इतनी पास से मौतें देखने के बाद, बड़ी संख्या में लोगों के गंभीर रूप से बीमार होने के बाद और देश की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुलने के बाद आम तौर पर क्या होना चाहिए? होना यह चाहिए कि सरकार एक मजबूत स्वास्थ्य तंत्र विकसित करे, अस्पतालों को बड़ी से बड़ी महामारी को झेलने के लिए तैयार करे, लोग स्वयं जागरूक हो, देश के सभी लोग वैक्सीनेटेड हो और कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाए। लेकिन असल में हम क्या कर रहे हैं? असल में हम तीसरी लहर और कोरोना को हल्के में ले रहे हैं।
कोरोना का एक वेरिएंट आया डेल्टा, फिर आया ओमिक्रोन अब ओमिक्रोन का सब वेरिएंट BA.2 तेजी से से देश में संक्रमण फैला रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे बहुत ही खतरनाक वेरिएंट मान रहे हैं। BA.1 की तुलना में BA.2 वेरिएंट के ज्यादा मामले मिल रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के निदेशक सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि भारत में पहले यात्रियों से लिए गए सैंपल में BA.1 वेरिएंट था, लेकिन अब BA.2 सब वेरिएंट धीरे-धीरे सामुदायिक सामुदायिक स्तर पर बढ़ रहा है।
इस वैरीअंट के मामले सबसे पहले यूके में देखे गए और अब भारत में अपनी रफ्तार तेज करते हुए इसके लगभग 530 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अब तक करीब 40 देशों में ओमिक्रोन के नए सब वैरीअंट का पता चला है। हमारे देश में कई राज्यों में कोरोना की तीसरी लहर का पीक आ चुका है। लेकिन डेनमार्क के विशेषज्ञों की मानें तो BA.2 की वजह से महामारी के दो अलग-अलग पीक आ सकते हैं।
यह सब बातें आपको बताने का मकसद आप को डराना नहीं है। इसके पीछे बस इतनी ही मंशा है कि आम जनता में जागरूकता बढ़े, आप अपनी सुरक्षा के लिए खुद सही कदम उठाएं।
फिर भी, इस खतरनाक वेरिएंट से बचने के लिए तीन चीजें आपको बता रही हूं। ध्यान से सुने
1 – संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहने।
2 – संक्रमण फैलने से रोकने के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों में ना जाए,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
3- गंभीर रूप से बीमार नहीं होना चाहते हैं तो स्वयं को वैक्सीनेट कराएं।
आप कहेंगे कि यह बातें तो हम पहले से जानते हैं। इसमें क्या नया है? जी हां नया तो कुछ नहीं है लेकिन यही तीन चीजें हैं जो इस महामारी से बचने का रामबाण उपाय है। खुद का ध्यान रखें। सुरक्षित रहें।