अपराधों का सिलसिला शहडोल में कतई थमने का नाम नही ले रहा, आज हम बात कर रहे हैं धनपूरी में शासकीय भूमि की, जिसपर कब्जा भी कर लिया, अवैध निर्माण भी शुरू हो गया, लेकिन अब जा कर के पुलिस प्रशासन अपनी कुंबकार्निय नींद से जागती हुई नज़र आई है। बात केवल जमीन पर कब्जा करने तक ही सीमित नही है बल्कि अपराधिक गतिविधियां भी यहाँ पर धड़ले से हो जाया करती हैं। यदि बात जमीन की की जाए तो यह जमीन की कीमत एक करोड़ से अधिक की है लेकिन फिर भी आखिर क्यूँ इतना समय लग गया इन गतिविधियों पर एक्शन लेने में? विषय चिंता जनक बन जाता है।
रविवार को पुलिस प्रशासन द्वारा यह कार्यवाही की गई। अगर आप यह समझकर शांत हो जाते हैं की पुलिस प्रशासन और प्रशासन द्वारा अपराधिक गतिविधियों पर संयुक्त अभियान चलाकर कार्यवाही की जा रही है, तो आपका यह समझना भी जरूरी होगा की, जब शासकीय भूमी पर इतना बड़ा मकान लोगों द्वारा खड़ा कर दिया गया, तब आखिर पुलिस और प्रशासन नींद में थे? तब आखिर समय रहते कार्यवाही क्यूँ नही की गई? अगर यह होता तो आज यह दिन नही न देखना पड़ता।
और साथ ही साथ जानकारी के अनुसार धनपूरी निवासी पप्पू टोपी पर हाल ही में कबाड़ चोरी का मामला भी दर्ज किया गया था। पहले भी इस व्यक्ति पर कई मामले दर्ज है, तो क्या पुलिस प्रशासन का ऐसे व्यक्ति पर नज़र रखने की जरूरत नही थी? इसके साथ ही रविवार को केवल दो ही अतिक्रमण हटाए गए, आरोपी रमेश सिंह के खिलाफ भी कार्यवाही नही हो पाई। और प्रशासन इस पर कहती है की बचे हुए अपराधियों पर जल्द ही कार्यवाही की जाएगी। अब प्रशासन का वह समय कब आएगा यह हम सब भी काफी अच्छे से जानते हैं।
जब अपराध हो जाता है, उसका तब जा कर के निरीक्षण करना, आखिर किस काम का? यहाँ जरूरत है तो पुलिस और प्रशासन को चुस्त होने की, ताकि ज्यादा से ज्यादा अपराधिक गतिविधियों को वक्त रहते रोका जा सके।