शहडोल जिले में धान खरीदी बंद होने को एक पखवाड़ा हो चुका है लेकिन ज्यादातर खरीदी केंद्रों से अभी तक धान का उठाव नहीं हुआ है। नियम के मुताबिक खरीदी बंद होने के 1 सप्ताह के अंदर धान का उठाव हो जाना चाहिए लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से अब तक यह स्थिति बनी हुई है।
समय पर धान का परिवहन ना होने से किसानों का भुगतान भी अधर में लटका हुआ है। जिले में कुल 27 हज़ार पंजीकृत किसानों में से 21 हज़ार 735 किसानों से 14 लाख 6 हज़ार 137 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसके बाद 85 हज़ार 356 क्विंटल जैसी बड़ी मात्रा में धान खरीदी केंद्रों में ही पड़ा है।
संबंधित ठेकेदार शुरू से ही काम करने में हीला हवाली करता रहा। ऐसे अड़ियल और लापरवाह ठेकेदार के विरुद्ध प्रशासन द्वारा अब तक कोई कार्यवाही भी नहीं की गई। इस लापरवाही की वजह से जिले के किसानों का 23 करोड़ का भुगतान नहीं हो पा रहा है। मामले में शहडोल खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर कह रहे हैं कि किसानों के भुगतान के लिए ईपीओ जारी किया जा रहा है। शेष भुगतान शीघ्र ही पूरा हो जाएगा।