देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में सत्ता का सबसे बड़ा संग्राम शुरू हो चुका है। आज उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर पहले चरण की वोटिंग शुरू हो चुकी है। मतदान की टाइमिंग? कितने प्रत्याशी मैदान में हैं? कितने दागी और कितने करोड़पति प्रत्याशी इस बार चुनाव लड़ रहे हैं? किन-किन मंत्रियों की किस्मत दांव पर लगी है और पिछले चुनाव में इन सीटों पर क्या नतीजे थे? इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं। बता दें की 58 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. इसमें कुल 623 उम्मीदवार अपना चुनावी भाग्य अजमा रहे हैं. जिनके भाग्य का फैसला 11 जिलों के मतदाता करेंगे. 8 फरवरी को प्रचार थम गया था। तो वहीं पोलिंग पार्टिया मतदान केंद्रों के लिए रवाना हो गई हैं. इस चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी और सपा-रालोद गठबंधन के बीच ही माना जा रहा है, लेकिन बदले समीकरणों में कई सीटों पर बसपा, कांग्रेस, मुकाबले को त्रिकोणीय बना सकते हैं।
यूपी में पहले चरण में होने वाले मतदान को लेकर एडीआर ने बीते दिनों रिपोर्ट जारी की थी. जिसके अनुसार पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 623 उम्मीदवारों में से 15 उम्मीदवार निरक्षर है. जबकि 58 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो सिर्फ पढ़ना जानते हैं. इसके अलावा 10 उम्मीदवार 5वीं कक्षा तक ही पढ़े हैं, वहीं 62 उम्मीदवार 8वीं कक्षा और 65 उम्मीदवार 10वीं तक ही पढ़े हुए हैं. जबकि 102 उम्मीदवारों ने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है।
इसके साथ ही 25% उम्मीदवार दागी, जिसका मतलब है की चुनाव लड़ रहे 25% प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 75% समाजवादी पार्टी ने दागी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। सबसे कम आम आदमी पार्टी ने 15% दागियों को टिकट दिया है।
यूपी के गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा थानाभवन सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यूपी सरकार में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी मथुरा से लड़ रहे हैं। यूपी के व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री। कपिल देव अग्रवाल मुजफ्फरनगर से चुनावी मैदान में हैं। यूपी सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक मेरठ की हस्तिनापुर विधानसभा से प्रत्याशी हैं। योगी सरकार में चिकित्सा राज्यमंत्री अतुल गर्ग गाजियाबाद से लड़ रहे हैं। यूपी सरकार में वन राज्यमंत्री अनिल शर्मा बुलंदशहर की शिकारपुर विधानसभा से प्रत्याशी हैं.
वित्त और चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह अलीगढ़ के अतरौली से मैदान में हैं। दुग्ध विकास, पशुधन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण मथुरा के छाता से चुनाव लड़ रहे हैं। यूपी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री जी एस धर्मेश आगरा कैंट से प्रत्याशी हैं। मुजफ्फरनगर से नोएडा तक पहले चरण में जो चुनाव हो रहे हैं उसमें उन नेताओं पर नजरें टिकी हैं जिनकी प्रतिष्ठा दांव पर है. इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह भी शामिल हैं. वहीं, पंकज सिंह के सामने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुनील शर्मा हैं जिनके प्रचार के लिए खुद अखिलेश यादव भी नोएडा पहुंचे थे. पंकज सिंह के सामने दूसरे विरोधी का नाम है पंखुड़ी पाठक है जो कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. पंखुड़ी समाजवादी पार्टी की भी प्रवक्ता रह चुकी हैं।
इसके अलावा आगरा ग्रामीण सीट पर उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य बीजेपी उम्मीदवार हैं तो उनके सामने आरएलडी उम्मीदवार महेश जाटव मैदान में हैं. वहीं, सरधना सीट पर भी लोगों की नजर है यहां एक बार फिर संगीत सोम बीजेपी के उम्मीदवार हैं और उन्हें चुनौती देने के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अतुल प्रधान सामने हैं. इनके अलावा गाजियाबाद जिले की साहिबाबाद सीट से बीजेपी के सुनील शर्मा और एसपी के अमरपाल शर्मा के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद है. साहिबाबाद सीट देश की सबसे बड़ी विधानसभा सीट भी कही जाती है जहां 10 लाख से ज्यादा वोटर हैं।
अब देखने वाली बात होगी की यूपी चुनाव का रुख किस ओर मुड़ता है।