पंजाब में सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी रोज कुछ ना कुछ बदलाव कर रही हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बड़ी घोषणा करते हुए विधायकों को दी जाने वाली अलग अलग पेंशन पर रोक लगा दी है। पंजाब में अभी तक ऐसा होता था कि जितने बार कोई विधायक बनता था, उतनी बार उसे पेंशन मिलना शुरू हो जाती थी। लेकिन अब एमएलए चाहे जितनी बार जीते, उसे पेंशन सिर्फ एक टर्म की ही मिलेगी।
सीएम ने कहा कि हमारे एमएलए हाथ जोड़कर लोगों से वोट मांगते हैं, राज नहीं सेवा की बात कहते हैं। हैरानी की बात तो यह है कि बहुत से एमएलए को हारने के बाद साढ़े तीन लाख से सवा पांच लाख तक पेंशन मिलती है। खजाने पर करोड़ों रुपए का बोझ पड़ता है। अभी पंजाब पर करीब तीन लाख करोड़ का कर्जा है। इस बाबत उन्होंने केंद्र से 1 लाख करोड़ के पैकेज की मांग की है।