केंद्रीय कैबिनेट ने देश में 5G स्पैक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी दे दी है। दूरसंचार मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक स्पैक्ट्रम को अगले 20 साल के लिए नीलाम किया जाएगा। नीलामी में सफल रहने वाली कंपनी इसके जरिए 5G सर्विस मुहैया करा सकेगी। यह मौजूदा 4G सर्विस से 10 गुना ज्यादा तेज होगी।
हालांकि, अभी देश में 5G सर्विस शुरू करने की तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन सरकार के मेंडेट के हिसाब से जो भी कंपनी स्पैक्ट्रम खरीदती है उसको 6 महीने से 1 साल के अंदर सर्विस शुरू करनी ही होगी। कई टेलीकॉम ऑपरेटर अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं, ऐसे में वह स्पैक्ट्रम खरीदने के 3 से 6 महीने के अंदर सर्विस शुरू कर सकते है।
20 साल वैलिडिटी पीरियड के साथ कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज (MHz) स्पैक्ट्रम की नीलामी जुलाई 2022 के आखिर तक की जाएगी। स्पैक्ट्रम की नीलामी लो (600 MHz, 700 MHz, 800 MHz), मिड (3300 MHz) और हाई (26 MHz) फ्रीक्वेंसी बैंड के लिए होगी। टेलिकॉम ऑपरेटर मिड और हाई फ्रीक्वेंसी बैंड स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल 5G टेक्नोलॉजी बेस्ड सर्विसेज के रोल-आउट के लिए करेंगे।