हैश टैग बॉयकॉट बॉलीवुड ये टैग पिछले कुछ वक्त से सबसे ज्यादा ट्रेंड में रहता है। और अब तो यहां तक हो गया है कि लगभग सारी फिल्मों में कुछ लोग कमी निकालते हैं और फिर इसका बॉयकॉट शुरू हो जाता है।
फिल्म जगत के दिग्गज भी अब इससे परेशान आ चुके हैं। तभी तो इसको लेकर हिंदी सिनेमा के चर्चित अभिनेता सुनील शेट्टी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से एक गुजारिश की।
सुनील शेट्टी ने हिंदी फिल्म उद्योग या बॉलीवुड के खिलाफ नफरत मिटाने में योगी आदित्यनाथ की मदद मांगी। अभिनेता ने कहा, सोशल मीडिया पर Boycott Bollywood के चलन से आप मुक्ति दिला सकते हैं।
सुनील शेट्टी ने सीएम योगी से की गुजारिश
सुनील शेट्टी ने ये बातें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से उनके दो दिनों की मुंबई यात्रा के दौरान कही थी। बॉलीवुड इन दिनों बायकॉट ट्रेंड की चपेट में हैं।
आलम कुछ ऐसा है कि इधर फिल्म बनाने की घोषणा होती है और उधर सोशल मीडिया पर #BoycottBollywood का ट्रेंड शुरू हो जाता है।
बात फिर चाहे रणबीर कपूर की शमशेरा या फिर ब्रह्मास्त्र की करें या आमिर खान की ‘लाल लिंह चड्डा’ की, ऐसी कई बड़ी फिल्में इस ट्रेंड का शिकार हुईं लेकिन आपने कभी सोचा कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
आखिर अचानक से क्यों शुरू हुआ ये ट्रेंड
आखिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक से बॉलीवुड का इस तरीके से बहिस्कार शुरू हो गया इसी को लेकर हम आज कुछ बिंदुओं पर चर्चा करेंगे कि आखिर ये इतनी तेजी से कैसे शुरू हुआ ?
अगर बॉयकॉट की बात करें तो ये पहले भी होता रहा है उस वक्त कई फिल्में थीं जिन पर खूब हंगामा हुआ था उस वक्त कारण दिया जाता था कि फिल्म में बोल्ड सीन दिए गए हैं जो कि इसका कल्चर पर असर पड़ेगा।
खैर अगर इस वक्त की बात करें तो इस वक्त फिल्म को लोग धर्म से जोड़ कर बहिष्कार करते हैं। दरअसल ये बॉयकॉट शब्द का चलन इस वक्त धीरे धीरे बढ़ने लगा जब कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान ने पाकिस्तानी क्रिकेटर का सपोर्ट किया था।
माय नेम इज खान का लोगो ने किया था विरोध
दरअसल 26 नवम्बर 2008 को भारत में आतंकी हमला हुआ जिसके बाद पाकिस्तानी प्लेयर्स को IPL में बैन कर दिया गया। जिसके बाद शाहरुख खान ने कहा था कि पाकिस्तानी क्रिकेटर को IPL में खेलने देना चाहिए।
जिसके बाद उनका भारी विरोध हुआ था। उनका ये बयान इतना विवादों में रहा कि जब उनकी फिल्म माय नेम खान की अनाउंसमेंट हुई तो लोगों ने इसका विरोध किया।
शाहरुख को पाकिस्तानी का सपोर्टर बताया गया और उनका सपोर्ट कर रहे लोगों की फिल्मों को भी बायकॉट किए जाने की मांग होने लगी।
मेरी पत्नी को भारत में डर महसूस होता हैं: आमिर खान
इसके बाद साल 2015 में आमिर खान ने इंडियन एक्सप्रेस के दिल्ली में हुए एक ईवेंट में असहिष्णुता पर बयान देते हुए कहा कि उनकी पत्नी को भारत में डर महसूस होता है और वो विदेश सेटल होना चाहते हैं।
जिसके बाद विवाद बढ़ गया और आमिर का विरोध किया जाने लगा। आमिर का सपोर्ट करने वालों की फिल्में बायकॉट की जाने लगीं।

इस बॉयकॉट का अहम पड़ाव साल 2020 था जी हां ये वही साल था जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुई थी।सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड स्टार्स, फिल्में और पूरी इंडस्ट्री को बायकॉट करने का मुद्दा सबसे ज्यादा गर्माया।
आए दिन ये हैशटैग ट्रेंड हुआ और कई स्टार्स, स्टारकिड्स और उनकी फिल्मों को बायकॉट किया गया। इससे कई स्टारकिड्स की फिल्में बुरी तरह फ्लॉप हुईं। सुशांत की मौत के बाद से ही अब आए दिन फिल्में बायकॉट की जा रही हैं।
बॉयकॉट और कंटेंट अच्छा न होने की वजह से कुछ फिल्में फ्लॉप हो गईं। जिसके बाद ये हैश टैग सोशल मीडिया पर पूरी तरह से छाया रहता है।
बॉयकॉट करने वाले फिल्म में कुछ न कुछ ऐसा ढूंढ निकालते हैं जिससे बॉयकॉट किया जा सके। खैर अगर किसी ने कोई विवादित बयान दिया है या फिर कुछ ऐसा कहा है जो किसी भी तरह से सही नहीं है तो फिर उसका बहिष्कार किया जाना सही भी है।

लेकिन अब तो हर फिल्म को लोग बॉयकॉट करते हैं। अगर कोई कंटेंट अच्छा नही है तो फिर तो वो फिल्म फ्लॉप होगी ही। उसमें बॉयकॉट करने की कोई जरूरत ही नहीं है।
फिल्म पठान आने से पहले ही फस गया है बॉयकॉट की जाल में
अभी हाल ही में शाहरुख खान की फिल्म पठान को बॉयकॉट किया जा रहा है जिसमें आरोप है कि बेशर्म रंग सॉन्ग में दीपिका ने भगवा रंग की बिकनी पहनी हुई है और यही नहीं इस गाने में बोल्ड सीन दिए गए हैं
जिसको लेकर कहा जा रहा है कि ये अश्लीलता फैलाई जा रही है खैर ये तो बॉलीवुड के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर पहले भी करते आ रहे हैं जी हां फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने तो यहां तक बयान दिया था
कि अगर किसी के पास सुंदरता है तो वो देखने के लिए ही है और बिकनी पहनना और बोल्ड सीन देना ये तो ठीक है उनके पास अगर सुंदरता है
तो दिखाना ही चाहिए इसमें गलत क्या है? जी हां ये वही डायरेक्टर हैं जिन्होंने द कश्मीर फाइल्स मूवी बनाई है। खैर आपको क्या लगता है कि बॉयकॉट बॉलीवुड कहां तक सही है?