आज के टाइम पे हम सभी वेस्टर्न लैंग्वेजेस पर ज्यादा जोर देते हैं। और अपनी लोकल बोलियो को भूलते जा रहे हम अपने आने वाली पीढ़ीयों को भी इससे अछूता रखना चाहते हैं।
अगर आज के टाइम पे कोई व्यक्ति भोजपुरी,हरयाणवी व राजस्थानी बोलियो किसी पब्लिक प्लेस पर बोलते हैं तो लोग उन्हें ऐसे देखते हैं जैसे उसने कोई क्राइम कर दिया हों।
इसी तरह हमारे भारत की लोकल बोलिया खत्म होती जा रहीं। हमारे लोकल्स हमारी पहचान हैं। हमारे लोकल डायरेक्टर्स,आर्टिस्ट हमारी देश की विरासत हैं, जिन्हे सहेजना और बचाकर रखना हमारे लिए जरूरी हैं।
सबसे पहले हमें अपनी भाषाओं का सम्मान करना होगा ताकि दूसरे भी करे,हमारी पहचान हमारी लोकल भाषा ही हैं।

Stage app, एक ऐसा एप हैं जिसमे हम शॉर्ट्स वीडियो, वेब सीरीज आदि हमारी लोकल भाषा में मिलते हैं, जैसे हरयाणवी,राजस्थानी आदि लेकिन उनका उद्देश्य साल 2027 तक 20 बोलियो में कंटेंट लाना हैं।
Stage app की शुरुआत हरियाणा के भिवानी से हुई यहां के विनय सिंघल ने अपने भाई प्रवीण सिंघल और दोस्त शशांक जो इंदौर के पास के एक शहर से हैं।
और विनय के क्लासमेट रहे हैं, पिछले कई सालों से दोनो एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और बिजनेस कर रहे।

अगर आप फेसबुक यूजर हैं तो अपने wittyfeed का नाम जरूर सुना होगा ये फेसबुक पर काफी सक्रिय पेज रहा हैं। यह कंपनी सिर्फ फेसबुक पर ही निर्भर थी।
2014 में इंदौर के रहने वाले शशांक और हरियाणा के भिवानी के रहने वाले दो भाईयों ने मिलकर ये स्टार्टअप किया। Wittyfeed वायरल कंटेंट बनाती थी और एक समय दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी रही हैं।
इनका पूरा मॉडल वायरल पोस्ट और विडियोज पर चलता था। उनकी कंपनी ग्लोबल लेवल पर थी और उस समय उनके पास कई जगहों पर ऑफिस भी थे।
कंपनी का सालाना टर्नओवर लगभग 40 करोड़ रुपए था और महीने का यूजर बेस 12 करोड़ थे। इंदौर शहर से बड़ी इस कंपनी को साल 2018 में फेसबुक ने बंद कर दिया था।

कंपनी के मालिको के अनुसार, फेसबुक ने बिना कोई कारण बताए एक झटके में हमारा प्लेटफार्म हटा दिया।
उनके मुताबिक, सायद फेसबुक को इस बात से दिक्कत हुई की इंडिया में रहकर एक कंपनी अपने कंटेंट से उनके यूजर्स को प्रभावित कर रही।
Wittyfeed फाउंडर के मुताबिक, उनके ट्रैफिक का 50% ट्रैफिक अमेरिका से आता था लगभग 6 करोड़ यूजर्स।

सरल भाषा में कहे तो हर तीसरा अमेरिकी यूजर महीने में एक बार wittyfeed साइट जरूर विजिट करता था। फेसबुक को सायद यही बात पसंद नही आई और एक दिन अचानक wittyfeed को बंद कर दिया।
जो होना था हुआ, पर फिर भी इन लड़कों ने हार नहीं मानी और अपनी टीम के 90 सदस्यों को सबकुछ बताया, 54 लोगो ने अपने पैसे इस नई कंपनी में लगाया।
ये वो टीम मेंबर्स थे जो सिर्फ 25-50 हजार में काम करते थे। उन्होंने सिर्फ 25% की सैलरी में काम करना पसंद किया और फिर कड़ी मेहनत के बाद लॉन्च हुआ Stage app का।
अगर उनके फाउंडर्स के मुताबिक, बोले तो देसी भाषाओं का netflix, Stage हरयाणवी और राजस्थानी भाषाओ का app हैं।
जो शॉर्ट विडियोज, वेब सीरीज आदि बनाते हैं। ये subscription based मॉडल हैं। इसमें कुछ भी फ्री नही हैं और सालाना 400 रूपए लगते हैं। आज Stage के एक लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं।

अगर बात इसके फंडिंग की की तो शार्क टैंक इंडिया सीजन 2 में इन्हे तीन जजों से डेढ़ करोड़ 6% इक्विटी पर और डेढ़ करोड़ का लोन अमन,नमिता और पीयूष ने मिलकर Stage पर invest किए हैं।
कंपनी की वैल्यू 250 करोड़ रूपए की हैं। विनय का कहना हैं कि इतना पैसा वो ज्यादा से ज्यादा अच्छा कंटेंट लाने पर खर्च करेंगे ताकि आने वाले समय में वो ज्यादा से ज्यादा लोगो से जुड़ सकें।