कतर में चल रहा फीफा विश्वकप अब रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। यहां से हर टीम के लिए हर मुकाबला करो या मरो जैसा है। जी हां नॉकआउट में होता ही ऐसा है कि अगर आप मुकाबला हारे तो टूर्नामेंट से बाहर।
दरअसल अर्जेंटीना ने शनिवार यानी 3 दिसंबर की रात को ऑस्ट्रेलिया को हराकर फुटबॉल विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया है। उसने कड़े मुकाबले में 2-1 से जीत हासिल की और अब उसका मुकाबला अंतिम-8 में नीदरलैंड की टीम से होगा।
आप को बता दे नीदरलैंड ने प्री-क्वार्टर फाइनल में अमेरिका को हराया था। अर्जेंटीना और नीदरलैंड के बीच क्वार्टर फाइनल मुकाबला शुक्रवार यानी 9 दिसंबर को खेला जाएगा।
कप्तान मेस्सी का चला जादू
अर्जेंटीना के लिए इस मैच में कप्तान लियोनल मेसी और युवा स्टार जूलियन अल्वारेज ने गोल किया। तो वहीं मेसी ने मैच का पहला गोल 35वें मिनट में किया। सीनियर स्तर पर ये उनका 1000वां मैच था।
उन्होंने अपने इस यादगार मैच में गोल कर टीम को जीत दिलाई। आप को बता दे मेस्सी के 1000 मैच में 779 गोल और 338 असिस्ट हैं। साथ ही अपने पांचवें विश्व कप में उन्होंने पहली बार किसी नॉकआउट मैच में गोल किया है।
मेसी के गोल की बदौलत अर्जेंटीना की टीम पहले हाफ में 1-0 से आगे थी। उसके दूसरे हाफ में अल्वारेज ने गोल किया। उन्होंने 57वें मिनट में गेंद को गोलपोस्ट में डाला।
मैच के 77वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया की किस्मत खुलती हुई नजर आई। जी हां उसके खिलाड़ी क्रेग गुडविन ने शॉट मारा तो गेंद अर्जेंटीना के एंजो फर्नांडिस से टकराई और गोलपोस्ट में चली गई।
इस तरह फर्नांडिस ने आत्मघाती गोल कर लिया। इसके बाद इंजरी टाइम के अंत में ऑस्ट्रेलिया को एक मौका मिला, लेकिन अर्जेंटीना के गोलकीपर एमी मार्टिनेज ने उसे रोक दिया और टीम को जीत दिला दी।
अर्जेंटीना 10वीं बार क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंची
आप को बता दे अर्जेंटीना की टीम विश्व कप इतिहास में 10वीं बार क्वार्टर फाइनल में पहुंची है। तो वहीं अब तक चार बार क्वार्टर फाइनल में हार चुकी है।
उसे 1966, 1998, 2006 और 2010 में अंतिम-8 में हार मिली थी। आपको बता दें क्वार्टर फाइनल में जीत के बाद टीम हर बार फाइनल तक पहुंची है। यही नहीं अर्जेंटीना सेमीफाइनल में कभी नहीं हारी।
इस टीम ने दो फाइनल जीते है जबकि 3 बार उसे हार का सामना करना पड़ा है।
अर्जेंटीना पिछली बार 2014 में क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी। तब उसने बेल्जियम को 1-0 से हराया था। फिर सेमीफाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ मैच 0-0 से बराबर रहा था और पेनल्टी शूटआउट में उसे जीत मिली थी।
फाइनल में अर्जेंटीना को जर्मनी ने हरा दिया था। उस टूर्नामेंट में लियोनल मेसी ही कप्तान थे। अर्जेंटीना की टीम एक बार फिर नॉकआउट मुकाबले में नीदरलैंड के सामने होगी।
नीदरलैंड ने अमेरिका को हराया
लेकिन इससे पहले नीदरलैंड ने पहले प्री-क्वार्टर फाइनल में अमेरिका को 3-1 से हराया। अमेरिकी टीम का 2002 के बाद अंतिम-8 में पहुंचने का सपना टूट गया।
नीदरलैंड के मैच में पहला गोल मेम्फिस डिपाय ने किया। उन्होंने 10वें मिनट में ही टीम को बढ़त दिला दी, उनके बाद हाफटाइम से ठीक पहले डेली ब्लिंड ने गोल कर टीम को 2-0 से आगे कर दिया।
76वें मिनट में हाजी राइट ने गोलकर अमेरिकी टीम की वापसी कराई, लेकिन पांच मिनट बाद डेन्जेल डम्फ्रिज ने गोलकर नीदरलैंड की बढ़त को 3-1 कर दिया।
डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस ने पोलैंड को हराया
तो वहीं फुटबॉल विश्व कप के तीसरे क्वार्टर फाइनल में फ्रांस ने पोलैंड को 3-1 से हरा दिया। डिफेंडिंग चैंपियन ने आसानी से इस मैच को जीतकर क्वार्टर फाइनल में अपना स्थान पक्का किया।
उसके लिए युवा स्टार किलियन एम्बाप्पे ने दो गोल दागे। उन्होंने पहला गोल 74वें मिनट में और दूसरा गोल 91वें मिनट में दागा। वहीं, अनुभवी ओलिवर जिरूड ने 44वें मिनट में गोल कर एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया।
वो फ्रांस के लिए सबसे ज्यादा 52 गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए। उन्होंने पूर्व दिग्गज थिएरी हेनरी को पीछे छोड़ा है।
9वीं बार क्वार्टरफाइनल में पहुंचा फ्रांस
आपको बता दें फ्रांस ने कुल नौवीं बार विश्वकप के अंतिम 8 में जगह बनाई है। इसके साथ ही फ्रांस ने 1982 के विश्वकप में तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में पोलैंड से मिली 2-3 की हार का हिसाब 40 साल बाद चुकता कर लिया।
पोलैंड की ओर से एकमात्र गोल इंजरी टाइम में मिली पेनाल्टी पर कप्तान रॉबर्ट लेवांडोवस्की ने किया।
तो वहीं पोलैंड की टीम चौथी बार प्री-क्वार्टर फाइनल से बाहर हुई है।
पोलैंड का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन विश्वकप में 1974 और 1982 में था, जब टीम तीसरे स्थान पर रही थी। फ्रांस की टीम नौवीं बार विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंची है।
इससे पहले 1938, 1958, 1982, 1986, 1998, 2006, 2014, 2018 में अंतिम आठ में प्रवेश किया था। फ्रांस ने 1998 और 2018 में खिताब भी जीता था। अब देखना होगा कि क्या फ्रांस अपनी ट्रॉफी को डिफेंड कर पाती है या नहीं।