अर्जुन तेंदुलकर अगर आप इन्हें नहीं जानते हैं तो हो सकता है ये नाम सुनकर आपको सचिन तेंदुलकर की याद आए। सचिन तेंदुलकर को तो पूरी दुनिया जानती है। जी हां क्रिकेट के भगवान और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर हैं।
जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में कमाल कर दिया है। गोवा के लिए अपना डेब्यू करते हुए अर्जुन ने शानदार शतक जड़ दिया है, अर्जुन ने 179 बॉल में अपना शतक पूरा किया। रणजी ट्रॉफी में गोवा का मुकाबला राजस्थान से हो रहा था।

आपको बता दें 23 साल के अर्जुन का ये डेब्यू मुकाबला है। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए अर्जुन तेंदुलकर ने शानदार बैटिंग की और विरोधी टीम पर पूरी तरह से हावी हो गए।
अर्जुन तेंदुलकर ने लगाई पहली सेंचुरी
अर्जुन तेंदुलकर ने 179 बॉल में अपनी सेंचुरी पूरी की, जिसमें 12 चौके और 2 छक्के शामिल रहे।
अपनी पारी के दौरान अर्जुन ने कुल 26 सिंगल, 7 डबल रन भी लिए।
उन्होंने करीब 56 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए और अपनी पारी में 131 डॉट बॉल भी खेलीं। अर्जुन ने लगभग राजस्थान के हर बॉलर पर प्रहार किया और सेंचुरी जड़ी। अर्जुन तेंदुलकर अपनी इस पारी में कुल 120 रन बनाकर आउट हुए।
उन्होंने कुल 207 बॉल में 16 चौके, 2 छक्के जमाए। तो वहीं अर्जुन तेंदुलकर को कमलेश नागरकोटी ने आउट किया।
अर्जुन की सचिन तेंदुलकर से हो रही तुलना
आपको बता दें अर्जुन तेंदुलकर को सचिन तेंदुलकर की ही तरह बताया जा रहा है क्योंकि सचिन तेंदुलकर ने भी अपने रणजी डेब्यू मैच में शानदार शतक जड़ा था और उस वक्त ऐसा कमाल करने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने थे।
1988 में मुंबई के लिए खेलते हुए सचिन तेंदुलकर ने 15 साल 231 दिन की उम्र में अपने डेब्यू मैच में शतक जड़ा था। सचिन की ये सेंचुरी गुजरात के खिलाफ आई थी। जबकि अर्जुन तेंदुलकर ने ये कारनामा 23 साल 81 दिन की उम्र में किया है।
क्या क्रिकेट में आएगा परिवारवाद?
वैसे तो अगर सचिन तेंदुलकर चाहते तो अर्जुन अब तक IPL तो क्या शायद भारतीय टीम से भी खेल चुके होते, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने अपने बेटे से कहा था कि पहले खुद को साबित करो और उस तरीके का प्रदर्शन करो ताकि टीमें तुम्हे खिलाने के बारे में सोचे।
खैर अगर क्रिकेट से परिवारवाद दूर रहे तो ही अच्छा है नहीं तो ऐसे में भारतीय टीम को नुकसान होगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि घरेलू क्रिकेट में वसीम जाफर के भतीजे अरमान जाफर और कभी कभी वीरेंद्र सहवाग के बेटे का भी बैटिंग करते हुए वीडियो वायरल होता है।
ऐसे में अगर भारतीय टीम में सिफारिश पर खिलाड़ी चुने जाने लगे तो ये उन खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी होगी जो इतना संघर्ष करके अपने आप को घरेलू क्रिकेट में साबित कर रहे हैं।
आपको बता दें 23 साल के अर्जुन तेंदुलकर बतौर ऑलराउंडर खेलते हैं, अब तक अपनी तेज़ गेंदबाज़ी से उन्होंने कई बार सुर्खियां बटोरी हैं। लेकिन इस बार बल्ले से धमाल मचाते हुए उन्होंने हर किसी को अपना फैन बना लिया है।
अर्जुन तेंदुलकर भी पहले मुंबई की ओर से ही रणजी ट्रॉफी में शामिल हुए थे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था। ऐसे में इस सीजन से पहले अर्जुन तेंदुलकर ने गोवा शिफ्ट होने का फैसला किया, और यहां डेब्यू में आते ही उन्होंने सेंचुरी जड़ दी।
IPL में मुम्बई से जुड़े हैं अर्जुन तेंदुलकर
अर्जुन तेंदुलकर इंडियन प्रीमियर लीग में भी मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े हैं। हालांकि पिछले दो साल से उन्हें डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है। अर्जुन को पहले सीजन में 20 लाख, फिर अगले सीजन में 30 लाख रुपये में मुंबई इंडियंस ने अपने साथ जोड़ा था।
अब अर्जुन तेंदुलकर के नाम रणजी में शतक हो गया है, ऐसे में उम्मीद है कि IPL में डेब्यू का इंतज़ार भी खत्म होगा। तो वहीं अर्जुन तेंदुलकर अब योगराज सिंह ने भी बयान दिया है।
योगराज सिंह ने अर्जुन तेंदुलकर पर दिया बयान
आपको बता दें योगराज सिंह भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज युवराज सिंह के पिता हैं। उन्होंने ही अर्जुन तेंदुलकर को ट्रेनिंग दी थी। अब उन्होंने अर्जुन से जुड़ा एक खुलासा किया है।
दरअसल योगराज सिंह ने बताया है कि अर्जुन एक बार प्रैक्टिस कर रहा था जिसके दौरान एक गेंद उसकी ठोड़ी पर लगी जिसके बाद खून निकलने लगा। तब उन्होंने उससे कहा कि वो बर्फ लगा लें और प्रैक्टिस के लिए कल आएंगे।
लेकिन अर्जुन ने बर्फ लगाकर फिर से प्रैक्टिस शुरू कर दी जिसके बाद उनको सचिन की याद आ गई। तो वहीं जब अर्जुन मुम्बई से गोवा शिफ्ट होने जा रहे थे उस वक्त भी योगराज सिंह ने कहा था कि तुम भूल जाओ कि तुम अर्जुन तेंदुलकर हो तुम इतना याद रखो कि तुम सिर्फ अर्जुन हो।