ईरान में इस वक्त हिजाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। महिलाएं इस वक्त सड़कों पर हैं। इसी प्रदर्शन को लेकर अब एक मामला सामने आया है। दरअसल ईरान ने विरोध प्रदर्शनों के दौरान कथित अपराधों के लिए हिरासत में लिए गए एक और कैदी को फांसी की सजा दे दी है।
ईरान की समाचार एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है। आपको बता दें इस प्रदर्शन के दौरान अब तक ईरान सरकार ने 2 लोगों को फांसी की सजा दी है।ईरान की समाचार एजेंसी मिज़ान के मुताबिक, मजीदरेजा रहनवार्ड को फांसी दी गई।
सुरक्षा बल के दो सदस्यों की चाकू मारकर की हत्या
आपको बता दें मजीदरेजा पर मशहद में 17 नवंबर को सुरक्षा बल के दो सदस्यों की चाकू मारकर हत्या करने और चार अन्य लोगों को घायल करने का दोषी ठहराया गया था।
ईरान ने इससे पहले 8 दिसंबर को देश भर में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के दौरान कथित रूप से किए गए अपराध को लेकर एक कैदी को फांसी दी थी। ईरान द्वारा दिए गए इस तरह के मृत्युदंड का ये पहला मामला था।
अब तक करीब 12 लोगों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी
आरोपी के खिलाफ तेहरान में एक सड़क पर ट्रैफिक जाम करने और सुरक्षा बल के एक जवान पर हमला करने का आरोप सिद्ध हुआ था। आपको बता दें ये प्रदर्शन 1979 उनासी की इस्लामी क्रांति के बाद से देश के धर्मतंत्र के लिए सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक बन गया है।
तो वहीं ये कहा जा रहा है कि निकट भविष्य में अन्य लोगों को भी मृत्युदंड दिया जा सकता है। प्रदर्शनों में शामिल होने पर अब तक करीब 12 लोगों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी है।
दरअसल ईरान में विरोध प्रदर्शन की आग तब लगी जब 16 सितंबर को हिजाब कानून का उल्लंघन करने पर 22 साल की लड़की महसा अमीनी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
सिर नही ढकने का लगा था आरोप
पुलिस हिरासत में लिए जाने के कुछ ही समय के बाद अमीनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी।
आपको बता दें महसा पर सिर नहीं ढंकने का आरोप लगा था। इसी वजह से पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था। परिजनों ने पुलिस पर युवती से मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया था। हालांकि पुलिस ने इस बात से साफ इनकार किया था।
महसा अमीनी की मौत के बाद ईरानी महिलाओं में देश के सख्त हिजाब कानून के खिलाफ आक्रोश जाग गया। सैकड़ों महिलाओं और पुरुष उनके समर्थन में सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करने लगे।
क्या हिजाब से आज़ादी लेकर रहेगी ईरानी महिलाएं
ईरानी महिलाओं में सिर ढंकने की प्रथा को लेकर इतना गुस्सा देखा गया कि उन्होंने बकायदा वीडियो बनाकर अपने हिजाब जला डाले, यहां तक कि बाल तक काट डाले। हालांकि सरकार इस बात पर अड़ी हुई है कि हिजाब कानून देश से नहीं हटेगा।
तो वहीं महिलाओं का कहना है कि वो हिजाब से आजादी लेकर ही रहेगी। अब देखना होगा कि आखिर सरकार झुकेगी या फिर वहां की जनता।
सरकार के रुख से तो ये बिलकुल नहीं लगता कि वो झुकने वाली है। ऐसे में देखना होगा कि आने वाले दिनों ईरान में क्या कुछ होता है?