ये तो हम सबको पता है कि चुनाव जीतने के लिए राजनेता कुछ भी कहने और कोई भी वादा करने से पीछे नहीं हटते। हर पार्टी बस साम, दाम, दण्ड, भेद जो भी हो सके सब कुछ अपना कर बस अपनी सरकार बनाना चाहती है और इसके लिए उनको कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके कुछ कहने से समाज में अस्थिरता आ सकती है।

अब ऐसा ही एक बयान आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिया है। दरअसल केजरीवाल ने एक अजीबोगरीब मांग कर सबको चौंका दिया है। वो चाहते हैं कि भारतीय नोट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की भी तस्वीरें हों।
फिलहाल भारतीय नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर होती है, ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मांग चौंकाने वाली है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या सीएम केजरीवाल की ये मांग पूरी की जा सकती है?

गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चौंकाने वाली मांग की है। सीएम केजरीवाल ने कहा, मेरी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री से अपील है कि वे भारतीय नोट पर महात्मा गांधी के साथ भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की तस्वीरें भी होनी चाहिए। नए करेंसी नोट पर श्री गणेश जी और श्री लक्ष्मी जी की भी तस्वीरें लगाई जाएं।
हिंदुत्व से जोड़ा जा रहा केजरीवाल की मांग को
गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सीएम केजरीवाल की इस मांग को हिंदुत्व से जोड़ा जा रहा है। चुनाव से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से हिन्दुत्व कार्ड खेला है।मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आगे कहा कि यदि भारतीय नोट के एक हिस्से में महात्मा गांधी और दूसरी तरफ लक्ष्मी-गणेश की तस्वीरें होंगी तो इससे पूरे देश को उनका आशीर्वाद मिलेगा।
आज भी हमारा देश विकासशील: केजरीवाल
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि हमारा देश आज भी विकासशील देश है। हमारे देश को आज भी गरीब माना जाता है। हम सब चाहते हैं कि भारत विकसित और अमीर देश बने। हर भारतवासी और भारत का हर परिवार अमीर हो। फिलहाल उनकी इस मांग को हिन्दुत्व कार्ड के तौर पर देखा जा रहा है।
आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव में पूरे जोरशोर से जुटी है।केजरीवाल की इस मांग को चुनाव से जोड़ कर ही देखा जा रहा है क्योंकि उन्होंने जिस तरीके की मांग की है उससे ये तो साफ हो गया है कि वो चुनाव जीतने के लिए हर दांव पेंच आजमाना चाहते हैं।
लेकिन इन राजनेताओं को ऐसी बातें करते समय ये भी ध्यान रखना चाहिए कि इससे समाज में मतभेद पैदा होता है। लेकिन फिर भी ये लोग ऐसी बयानबाजी से बाज नहीं आते। आपको आखिर क्या लगता है कि अरविंद केजरीवाल की इस मांग को पूरा करना चाहिए या नहीं?