लखनऊ के विभूतिखंड में हुई एक छात्रा से गैंगरेप की एक दिल दहला देने वाली घटना आज आप को बताएंगे।वह छात्रा शाम को ट्यूशन पढ़ाकर लौट रही थी तभी कठौता इलाके में शनिवार रात ऑटो सवार दो बदमाशों ने उसको अगवा कर लिया और वे उसे सुशांत गोल्फ सिटी के प्लासियो मॉल के पीछे झाड़ियों में लेकर गए वहां दोनों ने गैंगरेप किया।
गैंगरेप कर गोमतीनगर के हुसड़िया चौराहे पर फेंका
उसके बाद, रात को ही उसे गोमतीनगर के हुसड़िया चौराहे पर बदहवासी की हालत में फेंककर भाग निकले। सबसे हैरानी वाली बात तो ये है की घरवाले बेटी को लेकर देर रात से रविवार दोपहर तक तीन थानों के चक्कर लगाते रहे मगर, पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया।
रविवार देर शाम को जब मामला सोशल मीडिया में आने के बाद विभूतिखंड थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया लेकिन अभी तक आरोपियों का पता नहीं चल पाया है पुलिस अब आरोपियों की तलाश कर रही है।अब आप को बताते है की उस छात्रा से पूछताछ में क्या क्या पता चला हैं 18 साल की छात्रा ने बताया, मैं लखनऊ के हुसैनगंज इलाके की रहने वाली हूं।
मैं कठौता चौराहे के पास रोज ट्यूशन पढ़ाने जाती हूं और शनिवार शाम 4.30 बजे भी मैं ट्यूशन पढ़ाने के लिए गई थी। वहां से करीब दो घंटे बाद वापस आने के लिए चौराहे से मैंने ऑटो लिया। उसमें ड्राइवर और एक अन्य युवक बैठा था। मैं ऑटो में बैठे युवक को सवारी समझकर बिना कुछ सोचे बैठ गई।छात्रा ने आगे बताया, हुसड़िया चौराहे के पास पहुंचते ही ड्राइवर ने ऑटो को शहीद पथ पर चढ़ा लिया इस पर मैंने ड्राइवर को गलत दिशा में जाने के लिए टोका इस पर ड्राइवर ने सवारी लेने की बात कही और आगे निकल गया।
थोड़ी दूर चलने के बाद मुझे कुछ संदेह हुआ, तो मैंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर पहली बार दोनों ने मुझे डांटा मगर, मैं चुप नहीं हुई। तो दूसरी बार शोर मचाने पर उन्होंने मेरे सिर पर किसी सामान से हमला कर दिया इससे मैं बेहोश हो गई।आप को बता दें डीसीपी ईस्ट लखनऊ प्राची सिंह छात्रा का हाल जानने के लिए झलकारी बाई अस्पताल पहुंची उन्होंने बताया कि पीड़िता से मेरी मुलाकात हो गई है।
झलकारी बाई अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। इस मामले में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें लगा दी गई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि जो सरकार कानून व्यवस्था को लेकर अपनी पीठ थपथपाती है वहीं पर प्रदेश की राजधानी में एक लड़की के साथ रेप होता है ऐसे में ये क्यों न मान लिया जाए कि जब लड़कियां राजधानी में ही सुरक्षित नहीं हैं तो पूरे प्रदेश में कैसे सुरक्षित रहेंगी। इस घटना के बाद सरकार के कानून व्यवस्था की कहीं न कहीं पोल खुल गई है।