राजस्थान के बूंदी जिले में रविवार को एक हाई वोल्टेज ड्रामा सामने आया। बूंदी जिले के कापरेन इलाके में लगातार हो रही चोरियों और लूट की वारदातों का खुलासा करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ केशवरायपाटन की बीजेपी विधायक चन्द्रकांता मेघवाल भी पानी की टंकी पर चढ़ गई।

विधायक कापरेन थाना स्टाफ को निलंबित करने की मांग पर अड़ गई। दिनभर चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे के दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने देर रात को सभी मामलों का जल्द खुलासा करने और दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने का आश्वासन दिया।
तब जाकर विधायक 10 घंटे बाद यानी रात के 11 बजे पानी की टंकी से नीचे उतरी।
BJP विधायक को इस तरीके से पानी की टंकी पर क्यों चढ़ना पड़ा?

जानकारी के मुताबिक कापरेन में पिछले दिनों एक व्यक्ति को बंधक बना कर 40 तोला सोना और 3 किलो चांदी लूट ली गई। उसके दो दिनों बाद लाखेरी में एक महिला से चाकू की नोक पर सोने-चांदी के आभूषण लूट लिए गए।
उसके बाद सुवासा गांव में व्यापारी का 30 हजार रुपये से भरा बैग छीन लिया गया। वहीं हिंडौली इलाके के बड़ानयागांव में हुई लूटपाट का भी अभी कोई सुराग नहीं मील पाया है। इन सब वारदातों से आक्रोशित पीड़ितों, लोगों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रविवार को कापरेन में विरोध प्रदर्शन किया।
राजस्थान में जिस तरीके से लगातार चोरी के अपराधों को अंजाम दिया जा रहा था उसे लेकर ही BJP विधायक ने ऐसा किया था। आपको बता दें राजस्थान में अपराध में लगातार वृद्धि हो रही है।
NCRB के आंकड़ों की माने तो उसके मुताबिक भी राजस्थान देश में अपराध के मामलों में नम्बर 1 पर रहा था। अपराध तो इस इलाके में हो ही रहे हैं लेकिन पुलिस अभी तक इसको रोकने में नाकाम रही है तो वहीं अभी तक इन केसों में कोई सुराग नहीं मिला है। इसीलिए BJP विधायक ने लोगों के साथ मिलकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इस दौरान DSP योगेश चौधरी ने कुछ कारणों से पुलिस को घटनाओं के क्लू नहीं मिलने के कारण वारदात के खुलासे के बारे में देरी होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सभी वारदातों का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा। लेकिन विधायक ने उनकी बात पर विश्वास नहीं किया।
उसके बाद ADM मुकेश चौधरी और SSP किशोरीलाल से हुई वार्ता में दो पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने और वारदातों का जल्द पर्दाफास का आश्वासन देने पर सहमति बनी। इस पर विधायक चन्द्रकांता मेघवाल 10 घंटे बाद रात 11 बजे टंकी से उतरी। तब जाकर पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली।