पिछले कुछ समय से फ्लाइट से जुड़े कुछ ऐसे मामले आए हैं जिन्हें समझना थोड़ा मुश्किल है। इंडिगो का मामला तो आपको याद ही होगा। इसी के बाद अब एयर इंडिया के विमान का भी मामला सामने आया है।
ऐसे में ये सवाल उठना लाजमी है कि कभी क्रू तो कभी महिला यात्रियों के साथ लोग बुरा बर्ताव क्यों करते हैं? आखिर ऐसा करने से लोगों को क्या मिलता है?
दरअसल एयर इंडिया की न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही फ्लाइट में 26 नवंबर को बुजुर्ग महिला पर पेशाब करने की घटना के दस दिन बाद ही एयर इंडिया की एक और फ्लाइट में ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
पेरिस से दिल्ली आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में नशे में धुत्त एक शख्स ने महिला यात्री के कंबल पर पेशाब कर दिया।
हालांकि, मामले में आरोपी शख्स के लिखित माफीनामे के बाद उसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। आपको बता दें ये घटना 6 दिसंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 142 में हुई।
विमान के पायलट ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल यानी ATC को इसकी जानकारी दी। इसके बाद आरोपी यात्री को पकड़ लिया गया।
ये फ्लाइट सुबह लगभग 9 बजकर 40 मिनट पर दिल्ली हवाईअड्डे पर उतरा था। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी को सूचना दी गई कि पुरुष यात्री ने खूब शराब पी रखी है और वो कैबिन क्रू के निर्देशों के पालन नहीं कर रहा।
इसके बाद उसने विमान में सवार एक महिला यात्री के कंबल पर पेशाब कर दिया।
इसके बाद CISF ने आरोपी यात्री को पकड़ लिया और उसे विमान से नीचे उतारा गया।
लेकिन बाद में दोनों यात्रियों के बीच आपसी सहमति के बाद उसे जाने दिया गया। दरअसल आरोपी यात्री ने लिखित में माफी मांग ली थी। शुरुआत में महिला यात्री ने लिखित में शिकायत की थी लेकिन बाद में उसने पुलिस केस करने से इनकार कर दिया।
इससे पहले भी हुई थी ऐसी घटना
इससे पहले 26 नवंबर को भी इसी तरह की एक घटना सामने आई थी, जब न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रहे एयर इंडिया के विमान में नशे में धुत्त एक शख्स ने बुजुर्ग महिला यात्री पर पेशाब कर दिया था।
इस मामले में आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा था और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
यही नहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने एयर इंडिया लिमिटेड की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे।
हम अक्सर हर पेशे को समान दर्जे का महत्व देने की बात करते हैं लेकिन कहने और करने में अंतर होता है।
अक्सर लोग फ्लाइट में मौजूद क्रू और पैसेंजर्स के साथ बुरा बर्ताव करते हैं। ऐसा ना सिर्फ सिर्फ फ्लाइट क्रू बल्कि और भी जगहों पर काम कर रहे तमाम लोगों के साथ होता है जो कि सरासर गलत है।
लेकिन ये लोग सुधरने का नाम नहीं लेते। हैरानी तो यहां होती है जब एक मामला सामने आया था उसके बाद लगा था कि कम से कम अब ऐसा मामला सामने नहीं आयेगा।