सिर तन से जुदा के नारे से खौफ में आके महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि के 9 शिष्य सुप्रीम कोर्ट का द्वार खट खटाने चले थे, लेकिन इससे पहले की वो उनके द्वार पहुँच पाते दिल्ली पुलिस ने उन्हे कस्टडी में लिया है। सुप्रीम कोर्ट में ये शिष्य इच्छामृत्यु मांगने जा रहे थे।

गाजियाबाद में डासना स्थित शिव शक्ति धाम के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा, ‘शिष्यों को आए दिन इस्लाम के जिहादी सर तन से जुदा करने की धमकी देते रहते हैं। जिससे कारण ये सभी सन्यासी दहशत में रहते हैं। इसी के चलते आज योगी सरोजनाथ, यति निर्भयानंद (पूर्व नाम डॉक्टर अरविंद अकेला), स्वामी कृष्णानंद गिरी, यति रामस्वरूपानंद, यति कृष्णानंद, यति रणविजयानंद, यति सत्यानंद, यति यतींद्रानंद आदि सन्यासी दयामृत्यु मांगने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जा रहे थे।’

सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने से पहले ही तिलक मार्ग पुलिस ने इन्हें रोक लिया और सभी को थाने पर ले गई। सुबह करीब 11 बजे से सभी सन्यासी पुलिस स्टेशन में बैठे हुए हैं। इन सन्यासियों ने दिल्ली पुलिस को बताया, ‘हम सभी यति नरसिंहानंद गिरि के शिष्य हैं। उनके मित्र पंडित कमलेश तिवारी का कत्ल कर दिया गया था। तब से हमारे गुरु और हम इस्लाम के जिहादियों के निशाने पर हैं। इस्लाम के जिहादी हर कीमत पर हमारा सर हमारे तन से अलग करना चाहते हैं। हम अच्छी तरह से जानते हैं कि किसी भी सरकार में हमारी रक्षा करने की ना तो शक्ति है और ना ही साहस है। ऐसे में हमारी हत्या तो निश्चित है। इसलिए हमारा अनुरोध है कि मृत्यु को तय समझकर हमें दयामृत्यु प्रदान की जाए।’

गाजियाबाद के डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला को पिछले दिनों कथित तौर पर ‘सर तन से जुदा’ करने की धमकी मिली थी। हालांकि गाजियाबाद पुलिस ने खुलासा किया था कि डॉक्टर को ऐसी कोई धमकी नहीं मिली। डॉक्टर ने विख्यात होने के लिए ऐसा झूठ फैलाया था। इस धमकी के बाद से डॉक्टर अकेला सन्यासी बन गए हैं। उनका नया नाम यति निर्भयानंद रखा गया है।