फ्रांस ने रोमांचक मैच में इंग्लैंड को 2-1 से हरा दिया। इस जीत के साथ फ्रांस की टीम लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही। अब उनका सामना सेमीफाइनल में मोरक्को से होगा।
मोरक्को ने क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल को 1-0 से हराया था। वहीं, अर्जेंटीना की टीम दूसरे सेमीफाइनल में क्रोएशिया से भिड़ेगी।
इतिहास रचने से 2 कदम दूर फ्रांस
फ्रांस अब इतिहास रचने से बस दो कदम दूर है। दरअसल फ्रांस की टीम अगर टाइटल डिफेंड करने में कामयाब रहती है तो पिछले 60 साल में लगातार दो वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली टीम बन जाएगी।
पिछली बार ऐसा ब्राजील ने किया था। उसने 1958 और 1962 में लगातार दो वर्ल्ड कप जीते थे। इसके बाद से कोई टीम लगातार दो वर्ल्ड कप नहीं जीत सकी है।
फ्रांस की टीम सातवीं बार फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची है। 1982 और 1986 के बाद फ्रांस की टीम पहली बार लगातार दो संस्करणों के सेमीफाइनल में पहुंची है।
इंग्लैंड की टीम सातवीं बार वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल राउंड में हारकर बाहर हुई है।
तो वहीं फ्रांस के मैनेजर डिडिए डेशॉम इस टीम के साथ वर्ल्ड कप के 17 मैचों में कोच रह चुके हैं और इनमें से टीम ने 13 मैचों में जीत हासिल की है। 2 मैच ड्रॉ रहे हैं और 2 में फ्रांस को हार का सामना करना पड़ा है।
डेशॉम से ज्यादा सिर्फ ब्राजील के पूर्व कोच फेलिपे स्कोलारी ने 14 और हेलम्ट शॉन ने 16 मैचों में इस टूर्नामेंट में जीत हासिल की है।
दोनों टीमों ने आक्रामक अंदाज में की शुरुआत
दोनों टीमों ने मैच की शुरुआत आक्रामक अंदाज में की, लेकिन 17वें मिनट में फ्रांस के ओरेलियेन चुआमेनी ने बॉक्स के बाहर से गोल दागकर अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिलाई। हाफ टाइम तक स्कोर यही रहा।
इंग्लैंड की टीम ने पहले हाफ में पिछड़ने के बाद वर्ल्ड कप में कभी मैच नहीं जीता है। इस स्थिति में इंग्लिश टीम ने 2 मैच ड्रॉ कराए हैं और 7 मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
वहीं, फ्रांस की टीम हाफ-टाइम में बढ़त बनाने के बाद वर्ल्ड कप में कभी नहीं हारी है। इस मैच को मिलाकर पिछले 26 में से 25 मैचों में फ्रांस की टीम को जीत मिली है। एक मैच ड्रॉ रहा।
इसके बाद दूसरे हाफ में 54वें मिनट में फ्रांस के लिए गोल दागने वाले चुआमेनी ने बॉक्स के अंदर इंग्लैंड के बुकायो साका पर फाउल किया। इस पर रेफरी ने पेनल्टी शूट ऑफर किया।
पेनाल्टी पर हेरी केन ने इंग्लैंड के लिए दागा गोल
हैरी केन ने इस पर गोल दाग इंग्लैंड की वापसी कराई। हैरी केन ने साथ ही इंग्लैंड के लिए संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने वेन रूनी के रिकॉर्ड की बराबरी की।
ये हैरी केन का इंग्लैंड के लिए 53वां गोल रहा। रूनी ने 120 मैचों में इतने गोल किए थे। वहीं, केन का यह 80वां मैच था।
78वें मिनट में फ्रांस के ओलिवर जिरूड ने ग्रीजमैन के शानदार पास पर हेडर से गोल दाग एक बार फिर अपनी टीम को 2-1 की बढ़त दिला दी।
जिरूड 36 से ज्यादा उम्र के होने के बाद एक वर्ल्ड कप एडिशन में कम से कम चार गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। इससे पहले रोजर मिल्ला ने 1990 में कैमरून के लिए ऐसा किया था। तब उनकी उम्र 38 साल थी।
जिरूड ने ग्रीजमैन के असिस्ट पर गोल किया। इससे पहले चुआमेनी ने भी ग्रीजमैन के असिस्ट पर गोल किया था। किसी एक वर्ल्ड कप मैच में फ्रांस के लिए दो असिस्ट करने वाले ग्रीजमैन चौथे खिलाड़ी हैं।
दूसरी पेनाल्टी पर गोल नहीं कर पाए हेरी केन
इसके बाद 81वें मिनट में फ्रांस के हर्नांडीस ने इंग्लैंड के मेसन माउंट पर फाउल किया। इससे इंग्लैंड को पेनल्टी ऑफर किया गया। हैरी केन फिर से पेनल्टी स्ट्रोक लेने आए, लेकिन इस बार चूक गए और गेंद गोल पोस्ट के ऊपर से निकल गई।
इस तरह इंग्लैंड बराबरी से चूक गया और यहीं से फ्रांस ने मैच पर अपनी पकड़ बना ली। 8 मिनट का इंजरी टाइम दिया गया, लेकिन इंग्लिश टीम वापसी नहीं कर सकी। मैच के बाद हैरी केन काफी निराश दिखे। वहीं, कई इंग्लिश खिलाड़ी मैदान पर रोने लगे।