भारत में ईंधन की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। जी हां तेल निर्यातक देशों का संगठन (ओपेक) अपने हर दिन के क्रूड ऑयल के उत्पादन में 20 लाख बैरल की कटौती करने पर विचार कर रहा है और यह समूह जल्दी ही इस कटौती पर चर्चा करने जा रहा है।
हालांकि अगर ऐसा होता है तो भारत समेत दुनिया के कई देशों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में तेजी आ सकती है लेकिन सबसे ज्यादा भारत में इसका असर देखने को मिलेगा क्यों की विशेषज्ञों का कहना है कि कई देश अपनी क्षमता से कम ईंधन का इस्तेमाल कर रहे हैं इसलिए इस फैसले का असर उतना व्यापक नहीं होगा लेकिन भारत के बाजार में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। क्योंकि भारत अपनी जरूरत का 70 फीसदी कच्चा तेल ओपेक देशों से ही मंगाता है।
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