भारत में अब तक एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म वाले स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया जाता है स्मार्टफोंस काफी पॉपुलर है और लाखों में इनकी बिक्री होती है। अब जल्दी ही भारतीयों को एक नए ऑपरेटिंग सिस्टम का तोहफा मिल सकता है।
यह नया ऑपरेटिंग सिस्टम पूरी तरह से भारत में बनाया जाएगा जो एंड्रॉयड और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम को कड़ी टक्कर देगा। इस ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस स्मार्टफोंस भी बेहद ही खास होंगे और इनमें फीचर्स की भरमार होगी जिससे यूजर्स को एक धमाकेदार स्मार्टफोन चलाने का एक्सपीरियंस मिलेगा।
भारत सरकार पिछले साल से इस ऑपरेटिंग सिस्टम को तैयार करने की योजना पर काम कर रही है जिससे इसे जल्द से जल्द लांच किया जा सके।
आपको बता दें कि मेड इन इंडिया ऑपरेटिंग सिस्टम IOS को टक्कर देगा जिस पर एप्पल के आईफोन काम करते हैं। आईफोन दुनिया के सबसे लोकप्रिय स्मार्टफोन से और इनका इस्तेमाल ज्यादातर यूजर्स करते हैं। भारत में भी यह एक ट्रेंडिंग स्मार्टफोन है जिनका मुकाबला एंड्रॉयड स्मार्टफोन से होता है।
आपको बता दें कि गूगल के एंड्रॉयड की 97% से ज़्यादा हिस्सेदारी है, और बाज़ार में आईओएस की भी छोटी हिस्सेदारी है । भारत अपना OS लॉन्च करता है तो यूजर्स को एक और better ऑप्शन मिलेगा ।
एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित स्मार्टफोन आईफोन की तुलना में काफी सस्ते होते हैं और इनमें ज्यादा फीचर्स मिलते हैं इसके बावजूद आईओएस का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है जिसे देखते हुए अब भारत सरकार एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार कर रही है जो इन दोनों ही तकनीकों को कड़ी टक्कर देगा और एक नया मुकाम हासिल कर सकता है।

सरकार ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम कर रही है जो ऐसा इकोसिस्टम बनाने में मददगार साबित होगा जो शिक्षा और स्टार्टअप के क्षेत्र में काफी मददगार साबित हो सकता है।
देसी ऑपरेटिंग सिस्टम इसके साथ ही ये ज़्यादा सिक्योर भी रहेगा , क्यूंकि इसके data सेंटर्स भारत में ही होंगे ।
सरकार द्वारा इसे IndOS नाम दिया गया है।
IndOS बनाने का कदम ज़रूरी है क्योंकि यह ऐसे समय में आया है जब देश में गूगल जांच के दायरे में है और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने एंड्रॉयड प्ले स्टोर नीति के माध्यम से अपनी प्रमुख स्थिति का कथित रूप से दुरुपयोग करने के लिए पहले ही जुर्माना लगा दिया है ।
कम्पटीशन की बात करें तो , माइक्रोसॉफ्ट पहले भी अपना स्मार्ट phone ऑपरेटिंग सिस्टम उतार चुका है , जो की बाद में fail हो गया था ।
भारत की यह फीचर कितना सफल होगा यह तो लॉन्च के बाद ही पता चल पाएगा। अगर यह सफल हुआ तो यह भारत के लिए कई मायने में अच्छा कदम होगा।
भारत को अपना OS लॉन्च करने का यह सही है समय है अभी Google भी अपने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम को मोडिफाई करने के लिए प्रेशर में है।
भारत दुनिया के सबसे बड़े मोबाइल डिवाइस बाजारों में से एक है । इसका मकसद एक सुरक्षित भारतीय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम बनाना है जो भारतीय बाजार में Android का दूसरा ऑप्शन और कम्पीटीशन भी पैदा कर सके ।