दक्षिण-पश्चिम मानसून अब बस मध्यप्रदेश की दहलीज पर पहुंचने को है। सोमवार को इंदौर संभाग के बड़वानी जिले से सटे महाराष्ट्र के परभणी और नंदुरबार को मानसून कवर कर चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे में मानसून के बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा और बैतूल जिले के दक्षिणी हिस्से में पहुंचने की संभावना है। भोपाल, इंदौर में आज शाम भी बारिश के चांस हैं।
सोमवार को भोपाल संभाग, मालवा, निमाड़ समेत प्रदेश के कई इलाकों में प्री-मानसून बारिश का सिलसिला जारी रहा। राजधानी में सुबह से शाम तक धूप खिली रही, लेकिन शाम को शहर के कई इलाकों में तेज बौछारें पड़ीं। कहीं-कहीं तेज बारिश भी हुई। पिछले 24 घंटे में भोपाल समेत प्रदेश के 19 जिलों में प्री-मानसून बारिश हुई। उज्जैन, भोपाल, इंदौर संभाग समेत प्रदेश के पश्चिमी इलाकों के हिस्सों में तेज हवा भी चली। बड़वानी और खंडवा में तो करीब सवा तीन-तीन इंच तक पानी गिर गया।
सीहोर, झाबुआ में 2-2 इंच बारिश, राजगढ़ में डेढ़ इंच, धार, मंदसौर, विदिशा, बैतूल, अलीराजपुर, शाजापुर, कटनी, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, शहडोल और भोपाल में 1-1 इंच बारिश हुई। रतलाम, नीमच, देवास, अशोकनगर, शिवपुरी, आगर, गुना, उज्जैन, रायसेन, बड़वानी, ग्वालियर, श्योपुर कलां, नर्मदापुरम, सिवनी, अनूपपुर, दमोह, सीधी, उमरिया, मंडला, सतना, सागर, बांधवगढ़ और मैहर में कहीं-कहीं बारिश हुई।
पूर्व-मध्य अरब सागर में स्थित चक्रवातीय गतिविधियां अभी भी सक्रिय हैं। ट्रफ लाइन महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश तक गुजर रही हैं। एक ट्रफ दक्षिणी गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक फैला है। पाकिस्तान से आने वाली हवाएं कमजोर हैं। मंगलवार से पाकिस्तान से हवाएं आना शुरू हो सकती हैं। इसके साथ ही पूर्व-पश्चिम ट्रफ हरियाणा से उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी बंगाल, सिक्किम और पूर्वी असम तक फैला है।
साथ ही आज दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने पर अब उसकी उत्तरी सीमा दीव, नंदूरबार, जलगांव, परभणी, तिरुपति, पांडिचेरी और बंगाल की खाड़ी से होते हुए बुलरघाट से गुजर रही है। इसी से प्री-मानसून की गतिविधियों में तेजी आई है।
प्री-मानसून की गतिविधियों के तेज होने से मध्यप्रदेश में अधिकतम तापमान के तेवर भी कमजोर होने लगे हैं। दो दिन से सिर्फ मालवा-निमाड़ में ही बारिश हो रही थी, लेकिन सोमवार को भोपाल में भी इसकी दस्तक दिखाई दी। ग्वालियर समेत कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी ने मौसम बदल दिया। अधिकतम तापमान रीवा में 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। ग्वालियर, गुना, पचमढ़ी, दमोह, खजुराहो, नौगांव, सतना, सीधी और उमरिया को छोड़कर शेष मध्यप्रदेश में दिन का पारा 40 के नीचे आ गया है।