एक तरफ जहां रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग चल रही है। तो वहीं सऊदी अरब और ईरान के बीच भी स्थिति ठीक नहीं है। खबर है कि ईरान किसी भी वक्त सऊदी अरब पर हमला कर सकता है।
अमेरिकी सेना को अलर्ट पर रखा गया
ये खुफिया जानकारी सऊदी अरब ने अमेरिका से शेयर की है। सऊदी अरब में ईरान कई जगह हमले कर सकता है। ये खुफिया जानकारी सामने आते ही खाड़ी देशों में मौजूद अमेरिकी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
अगर ईरान ने सऊदी अरब पर हमला किया तो दुनिया फिर से एक और विश्व युद्ध के मुहाने पर पहुंच सकती है।
आपको बता दें वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब हाई अलर्ट पर हैं, क्योंकि सऊदी खुफिया ने अमेरिका को यह जानकारी दी है कि ईरान, सऊदी अरब में कई जगहों पर हमला करने की योजना बना रहा है।
दोनों देशों के अधिकारियों ने कथित तौर पर आने वाले हमलों पर चिंता के बारे में जर्नल को बताया है।सऊदी अरब के अधिकारियों ने कहा कि ईरान सऊदी अरब के अलावा, एरबिल, इराक पर भी हमला करना चाहता है, जहां अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं।
अपने देश में हो रहे प्रदर्शन से ध्यान भटकाना चाहता है ईरान
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन सुनियोजित हमलों का इरादा इस्लामिक राष्ट्र के नेतृत्व के खिलाफ ईरान में हो रहे विरोध प्रदर्शनों से ध्यान भटकाना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुफिया जानकारी साझा करने की पुष्टि करने वाले अधिकारियों में से एक ने बताया कि ये हमला 48 घंटे के भीतर ही हो सकता है।
अब आपको बताते हैं कि अमेरिका ने इस मामले पर क्या कुछ कहा है?
पेंटागन के प्रेस सचिव वायु सेना ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा कि अमेरिका खाड़ी क्षेत्र में खतरे की स्थिति के बारे में ‘चिंतित’ है और सऊदी अरब अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है।
राइडर ने किसी विशेष खतरे के बारे में जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा, हम अपनी रक्षा और बचाव का अधिकार सुरक्षित रखेंगे, चाहे हमारी सेना इराक में या कहीं और उपस्थित हो।
आपको बता दें, ईरान सऊदी अरब का प्रमुख क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी है। रियाद ने 2016 में तेहरान के साथ आधिकारिक राजनयिक संबंधों को तोड़ दिया था। उस समय ईरानी प्रदर्शनकारियों ने सऊदी अरब के एक शिया मौलवी के निष्पादन के जवाब में तेहरान में सऊदी दूतावास पर धावा बोल दिया था।
ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने हाल के वर्षों में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में तेल सुविधाओं पर भी अटैक किया है, जिससे चिंता बढ़ रही है।
सितम्बर में ईराक पर भी हमला कर चुका है ईरान
आपको बता दें इससे पहले सितंबर के अंत में ईरान ने दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइल और आर्म्ड ड्रोन के जरिए उत्तरी इराक पर हमला किया था।
एक ड्रोन को अमेरिकी युद्धक विमान ने मार गिराया था, क्योंकि वो अरबील शहर की ओर बढ़ रहा था जहां अमेरिकी सेना का बेस है। ईरानी अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से सऊदी अरब पर अमेरिका और इज़रायल के साथ देश में प्रदर्शनों को भड़काने का आरोप लगाया है।
पिछले महीने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कमांडर ने सऊदी अरब को विरोध प्रदर्शन की टीवी कवरेज पर लगाम लगाने के लिए चेतावनी दी थी।लेकिन अब देखना होगा कि क्या ईरान सऊदी अरब पर हमला करेगा।
अगर ऐसा हुआ तो दुनिया एक बार फिर महाविनास की ओर बढ़ जाएगी। इस खुलासे के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि कहीं ये तीसरे विश्व युद्ध की आहट तो नहीं।