“डॉन को पकड़ना मुश्किल नहीं नामुमकिन है “
ऐसा ही कहा जा सकता है डटली के मोस्ट वांटेड माफिया ‘माटेओ मेसीना डिनारो’ के बारे में।
डिनारो को पकड़ने के लिए इटली पुलिस ने 30 सालों का इंतजार किया और आखिरकार 16 जनवरी को इटली पुलिस ने एक सामान्य से क्लिनिक से गिरफ्तार किया।
आप इनकी दशहत का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि जब पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार किया तो लोग कार से बाहर निकलकर खुशी सेतालियाँ बजाने लगे।
प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोन सैन्यबलों को मुबारकबाद देने सिसली पहुँची। राष्ट्रपति सैर्गिओ माटारैला ने सैन्यबलों और गृह मंत्रालय की तारीफ की।
माटेओ को हत्या, बम धमाके,अपहरण, पैसै का हेरफेर , नशे का अवैध धंधा, धोखा धड़ी के मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है। 2002 में उन्हे कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी लेकिन वो उस समय कोर्ट में उपस्थित नहीं थे।
इलाज कराने आए माटेओ को इटली पुलिस ने फिल्मी अंदाज में पकड़ा।

आपको बता दें कि माटेओ मेसीना डिनाऱ सबसे खतरनाक कोसा नोस्तरा के लिए काम करते थे, उस समय गस कोसा नोस्तरा ने किडनैपिंग, ड्रग्स, ट्रैफिकिंग मनी लांड्रिंग जैसै काम करते थे।
माटेओ कारलियोनी माफ़िया के प्रमुख टोटो रीना ( द बीस्ट) के सबसे करीबी माने जाते हैं।
टोटो रीना 1993 में गिरफ्तार किए गए तबसे माटेओ फरार चल रहे थे।
माटेओ को कैसै पकड़ा पुलिस ने ?
इस डॉन को पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में पकडा़।
30 साल से फरार चल रहे माटेओ मेसीनो डिनारो की कोई भी फोटो पुलिस के पास नहीं थे, पुलिस के पास सिर्फ उनके चेहरे का स्केच और उनके आवाज के सैंपल थे।
इटली पुलिस ने इस मशहुर डॉन को पकड़ने के टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया।
पिछले 10 सालों में उनकी मदद करने वाले और परिवार वालों को भी गिरफ्तार किया गया और माटेओ का नेटवर्क कमजोर हो गया और वे अकेले पड़ गए।
पुलिस लगातार उनके परिवारों वालों की फोन टैपिंग कर रही थी जिससे पता चला कि माटेओ कैंसर से पीड़ीत हैं।
उनके साथी इंटरनेट पर क्रॉन्स बीमारी के बारे में सर्च कर रहे थे, पुलिस का शक और पक्का हो गया।
पुलिस ने क्लिनिक के मरीजो का डाटा जुटाना प्राऱभ किया खासकर जिनका जन्म 1962 में सिसली के ट्रापनी में हुआ हो।
एन्ड्रिया बेनाफेड नाम ने पुलिस का ध्यान खीचा क्योकि यह नाम माफिया लियोनार्डो के रिश्तेदार का था।
क्लिनीक के डाटा से पता चला कि इस मरीज ने 2020 और 2021 में सर्जरी कराई थी लेकिन इस दो दिन असली बोनाफेट के फोन का सिग्नल काफी दूर दिखा रहा था।
जब माटेओ एन्ड्रिया बोनाफेट के नाम से इस क्लिनिक पहुचे तो 100 से पुलिस फोर्स ने चारों ओर से घेर लिया।
आम लोगों का जरा भी भनक नही थी कि इस छोटे से अस्तपताल में इतना बड़ा डॉन इलाज करवाता आ रहा है।
गिरफ्तारी के बाद वे विनम्रता से पुलिस के साथ पेस आए।
बीबीसी न्यूज के मुताबिक माटेओ पालेरमो से 100 किलोमीटर दूर कैम्पोबेलो डी मजारा में एक सामान्य घर में रहते थे।
आपको बता दें एक बार माटेओ ने कहा था ” मैनै इतने लोगो का मारा है कि पूरा कब्रिस्तान भर सकता है।”
आपके अनुसार इस खतरनाक डॉन को किस प्रकार की सजा देनी चाहिए?