कांग्रेस अध्यक्ष के लिए सोमवार को राजस्थान में कुल 414 डेलिगेट्स में से 393 ने जयपुर में वोट डाला। जबकि 15 डेलीगेट्स ने दिल्ली में वोट किया।

इनमें पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा सहित कई लोग शामिल रहे। वहीं 6 लोग वोट डालने नहीं आए। इनमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी सहित 6 लोग वोट डालने नहीं पहुंचे।

कांग्रेस अध्यक्ष के लिए वोटिंग तो पूरे देश में हुई। मगर इस वोटिंग में पूरे देश का ध्यान राजस्थान पर था। पिछले महीने हुई इस्तीफा पॉलिटिक्स और उसके बाद हुए सियासी संकट के चलते राजस्थान में होने वाली वोटिंग पर सबकी नजरें थी।

इसके अलावा कुछ दिन पहले सीएम अशोक गहलोत के आउट ऑफ प्रोटोकॉल मल्लिकार्जुन खड़गे के समर्थन में वोट की अपील करने से राजस्थान एक बार फिर चर्चा में आ गया था।
यही वजह रही कि सोमवार को वोटिंग के दौरान मंत्री, विधायक सहित तमाम डेलिगेट्स किसी भी किस्म की खेमेबाजी या बयानों से बचते नजर आए।

ज्यादातर नेताओं और डेलिगेट्स ने इस दौरान कोई बयान नहीं दिया। वहीं कई नेताओं से बातचीत में ये भी सामने आया कि किसी भी प्रकार की खेमेबाजी से बचने और हाईकमान को मैसेज देने के लिए नेता वोट देकर निकल गए।

सिर्फ सीएम अशोक गहलोत, मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और प्रताप सिंह खाचरियावास ने ही अपनी प्रतिक्रियाएं दी।
कांग्रेस अध्यक्ष के लिए हुई वोटिंग का परिणाम बुधवार 19 अक्टूबर को आ जाएगा। इसी के साथ कांग्रेस को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा।

सोमवार को हुई वोटिंग में राजस्थान में मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा ज्यादा भारी नजर आया। ज्यादातर डेलिगेट्स से हुई अनौपचारिक बातचीत में सामने आया कि राजस्थान से खड़गे को अच्छी संख्या में वाेट मिले हैं।

वहीं थरूर को ज्यादा वोट नहीं मिल सके। इससे खड़गे राजस्थान से अच्छी लीड लेते नजर आ रहे हैं।