हमारे देश भारत में एक चीज बड़ी ही मशहूर हैं। ये आपको देश के हर कोने में मिल जाएगी, चाहे वो बड़े मेट्रो सिटीज़ हो या छोटे शहर या फिर गांव ही क्यों ना हो, वो हैं चाय हमारे देश में हर कोई चाय का शौकीन होता हैं।
चाहे वो युवा हो वृद्ध हो या फिर कोई भी हर रोज हम भारतीयों की शुरुआत ही चाय की प्याली से होती हैं।
हर नुक्कड़ पर आपको चाय की टपरी देखने को मिल ही जायेगी। कोई भी कार्य क्यू ना हो हम भारतीयों में चाय के बिना अधूरी ही हैं।
हम सभी ने एमबीए चायवाला का नाम तो जरूर ही सुना होगा जो की अब काफी फेमस पर्सन हैं।
बीटेक चायवाला, ग्रेजुएट चायवाली, बीएससी चायवाली का नाम सुना ही होगा। आजकल बाजार में एमए इंग्लिश चायवाली खूब छाई हुई हैं।
शर्मिष्ठा घोष दिल्ली की सड़को पर चाय की रेहड़ी लगती हैं, जिन्होंने ब्रिटिश काउंसिलिंग लाइब्रेरी में भी जॉब की हैं।
शर्मिष्ठा घोष, नई दिल्ली
नई दिल्ली की एक पढ़ी लिखी युवा लड़की ने मिशाल पेश की कि कोई भी काम बड़ा या छोटा नही होता।
शर्मिष्ठा घोष एमए इंग्लिश से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। और ब्रिटिश काउंसिलिंग लाइब्रेरी में काम भी कर चुकी हैं, फिलहाल वो दिल्ली में अपना खुद का टी स्टॉल चला रही।
भारत में स्टार्टअप कंपनियों की हवा चल रही हर कोई अपना खुद का व्यवसाय करना चाहते हैं।
आज कल इस लड़की की प्रेरणादायक कहानी सोशल मीडिया पर खूब पसंद की जा रही हैं।
हाल ही में, शर्मिष्ठा घोष की कहानी को लिंकडिन पर एक रिटायर भारतीय सेना के ब्रिगेडियर संजय खन्ना ने शेयर की हैं।
उन्होंने लिखा, “मैं यहां जानने को काफी उत्सुक था की वो यहां काम क्यों कर रही, उसने कहा की उसका विजन और उसका सपना इसे चयोस जितना बड़ा बनाने का हैं।
ज्वाइंट पार्टनर भावना राव

शर्मिष्ठा घोष की एक दोस्त जिनका नाम भावना राव हैं, वो इनकी इस स्टॉल पर पार्टनर भी हैं।
भावना लुफ्थांसा में जॉब कर रही हैं। शर्मिष्ठा और भावना दोनो शाम को आती हैं और एक छोटी सी रेहड़ी पर चाय बेचती हैं।
ब्रिगेडियर संजय खन्ना ने आगे लिखा, “मैं यहां पोस्ट लिख रहा हूं और यहां फोटो उनकी अनुमति से पोस्ट कर रहा हूं, मुझे लगता हैं कोई भी जॉब छोटी नहीं होती और ऐसे लोगो को दूसरों को प्रेरणा देते हैं।
ब्रिगेडियर ने लिखा की व्यक्ति को अपने सपने पूरे करने के लिए लगन और मेहनत से काम करना चाहिए।
जरूरी नहीं जॉब ही करना
हमारे समाज में यहां धारणा बनी हैं की अच्छे से पढ़ाई करने और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद आपको अच्छे पद पर नौकरी मिलेगी और समाज में इज्जत भी।
पर आज समय बदल गया हैं हर किसी को नौकरी के पीछे नहीं भागना चाहिए। खन्ना ने लिखा, “मैंने भी काफी पढ़े लिखे युवा देखे हैं, वे अक्सर एक प्रोफेशनल जॉब पाने के पीछे पड़े रहते हैं।
यहां मैसेज उनके लिए हैं। मैं यहां मानता हूं की हर किसी को उच्च योग्यता और एक बड़ी नौकरी के पीछे नहीं भागना चाहिए।
वे छोटे रास्तों से बढ़ते हुए लंबे समय में बड़ी सफलता पाने की दिशा में काम कर सकते हैं”