हम जब भी कोई बिजनेस करने की सोचते है तो हमारी यही कोशिश रहती है की कहीं नुकसान ना हो! हम हर तरह से उसमें फायदा ही चाहते हैं।
लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि ऐसे भी कई बिजनेस है, जिसमें कोई नुकसान नहीं है।
इस बिजनेस में सिर्फ आपको फायदा ही फायदा होगा। तो आपको बताते हैं, महोगनी के बिजनेस के बारे में।
महोगनी एक ऐसा पेड़ है, जिसे लगाकर किसान करोड़पति बन सकते हैं।
क्योंकि अगर एक एकड़ जमीन में महोगनी पेड़ के अगर 120 पेड़ लगाये जाए तो महज 12 साल में किसान करोड़पति बन जाएगा।
इसकी लकड़ी लंबे समय तक खराब नहीं होती और इस पर पानी का कोई असर नहीं होता। यह पेड़ 50 डिग्री सेल्सियस तक तापमान सहता है।
महोगनी वृक्ष को बहुत ही कीमती वृक्ष के रूप में जाना जाता है, यह ऐसा वृक्ष है जिसके सभी भागो को उपयोग में लाया जाता है।
महोगनी पेड़ खासकर व्यापारिक उद्देश्य के लिए होता है, यह अत्यधिक मजबूत और टिकाऊ वृक्ष होता है।
इसलिए इसका इस्तेमाल जहाज़, कीमती, फर्नीचर, प्लाईवुड, सजावट की वस्तुए और मूर्तियों को बनाने में होता है।
यह एक औषधीय पौधा भी है, इसलिए इसके बीजो और फूलों का इस्तेमाल शक्तिवर्धक दवाइयों को बनाने में होता है।
इस वृक्ष की पत्तियों में एक खास तरह का गुण पाया जाता है, जिससे इसके पेड़ो के पास किसी भी तरह के मच्छर और कीट नहीं आते है।
इस वजह से इसकी पत्तियों और बीज के तेल का इस्तेमाल मच्छर मारने वाली दवाइयों और कीटनाशक को बनाने में किया जाता है।
इसके तेल का उपयोग कर साबुन, पेंट, वार्निस और कई तरह की दवाइयों को बनाया जाता है।
इसकी खेती
महोगनी के वृक्षों को उस जगह पर उगाया जाता है, जहा तेज हवाएं कम चलती है, क्योकि इसके पेड़ 40 से 200 फ़ीट की लम्बाई तक लम्बे होते है।
किन्तु भारत में यह पेड़ केवल 60 फीट की लम्बाई तक ही होते है।
इन पेड़ो की जड़े कम गहरी होती है, और भारत में इन्हें पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर किसी भी जगह उगाया जा सकता है।
महोगनी के पेड़ो की खेती कर काफी अच्छी कमाई की जा सकती हैं।
महोगनी की लकड़ी 2000 रुपये प्रति घन फीट के रेट से बिकती है, और इसका एक पेड़ 40000-50000 का होता है। महोगनी की खेती आप दो तरीके से कर सकते है।
एक खेतों की बाउंड्री पर और दूसरा पूरे खेत में पेड़ों की रोपाई करवा सकते हैं।
पेड़ो के लिए जलवायु व तापमान
इसकी खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु को सबसे अच्छा माना जाता है, अधिक वर्षा इसके पेड़ो के लिए अच्छी नहीं होती है।
सामान्य मौसम में इसके पेड़ो का अच्छे से विकास होता है, जब इसके पौधो को लगाया जाता है, तब इनको तेज गर्मी और सर्दी से बचाना होता है।
इनकी जड़े ज्यादा गहरायी में नहीं होती है, इसलिए तेज हवाओं से इनके पेड़ो को खतरा होता है।
सर्दियों में गिरने वाला पाला भी इनके पौधो को हानि पहुँचाता है।
महोगनी के पौधो को अंकुरित और विकसित होने के लिए सामान्य तापमान की आवश्यकता होती है।
सर्दियों के मौसम में 15 और गर्मियों के मौसम में 35 डिग्री के तापमान में अच्छे से विकास करते है।
पेड़ से पेड़ की दूरी 6 हो सकती है। और इस प्रकार से एक एकड़ जमीन की केवल बाउंड्री पर 135 पेड़ लगाया जा सकता है।
जिससे 10 से 12 साल में 15 से 20 लाख की कमाई कर सकते हैं और वही अगर एक एकड़ की पूरी जमीन पर महोगनी की खेती की जाए तो लगभग 1100 पेड़ लगेंगे।

महोगनी का उपयोग
महोगनी का उपयोग ज्यादातर व्यावसायिक उपयोगों के लिए किया जाता है।
यह अपनी सुंदरता, स्थायित्व और रंग के कारण लोकप्रिय है। इसका उपयोग फर्नीचर, नावों, संगीत वाद्ययंत्रों, फर्श के लिबास और अन्य वस्तुओं में किया जाता है।
महोगनी को जटिल विवरणों के साथ उकेरा जा सकता है। इसमें आकर्षक और सुंदर दाग के साथ एक समृद्ध रंग है।
वर्तमान में इस लकड़ी का उपयोग पूरी दुनिया में किया जा रहा है। इसके अन्य उपयोग इस प्रकार है-
फ्लोरिंग
• महोगनी की लकड़ी अपनी कठोरता और सुंदरता के साथ लंबे जीवन के लिए जानी जाती है। कुछ फर्श विशेषज्ञों का कहना है, कि महोगनी लकड़ी का फर्श इसे फर्श के लिए आदर्श विकल्प बनाता है।
• महोगनी की लकड़ी अन्य लकड़ी जैसे ओक, देवदार, आदि की तुलना में कठिन होती है। गहरे रंग के कारण, यह धूल रहित दिखता है और हर समय अच्छा और साफ दिखता है।
• अपनी उपस्थिति के कारण यह फर्श के लिए पसंदीदा लकड़ी है। फर्श का उपयोग करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि यह आपके कमरे में किसी भी अन्य फर्नीचर से मेल खाता है और सुंदर पैटर्न देता है।
• फर्श का उपयोग करने का एक फायदा यह है कि यह धूप में आसानी से अपना रंग नहीं बदलता है। लेकिन हल्के रंग की महोगनी की लकड़ी जो समय के साथ काली हो जाती है।
ज्वैलरी बॉक्स
महोगनी की लकड़ी का उपयोग गहने के बक्से बनाने के लिए किया जाता है। जो शानदार रेड-ब्राउन लुक देता है।
इसका पॉलिश क्लासिक लुक एक ऐसी समृद्धि को दर्शाता है, जिसे नजर अंदाज करना मुश्किल है।
प्लाईवुड
• इसके अच्छे दाने और घनत्व के कारण, इसका उपयोग लिबास की चादरें बनाने के लिए किया जाता है। प्लाईवुड कई पतली लकड़ी की चादरों से बनाया जाताहै, जिन्हें विनियर शीट कहा जाता है।
• महोगनी से बना प्लाईवुड ठोस लकड़ी की तरह दिखता है और एक शानदार रूप भी देता है।
महोगनी की प्लाईवुड ठोस लकड़ी से ज्यादा मजबूत होती है, क्योंकि यह ठोस लकड़ी की तुलना में अधिक लचीली होती है।
लचीलेपन के कारण प्लाइवुड बिना टूटे अधिक भार वहन कर सकता है।