देश के मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली यानी HMIS शुरू करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। एक महीने में चार बार आदेश जारी कर आयोग ने कहा, देश के मेडिकल कॉलेजों में मरीजों का ऑनलाइन पंजीयन अब अनिवार्य होगा।
ओपीडी और आईपीडी के अलावा अस्पताल की लैब में होने वाली सभी जांच का ब्यौरा भी ऑनलाइन देना होगा। इतना ही नहीं, आयोग के अध्यक्ष डॉ. सुरेश चंद्र शर्मा ने मेडिकल कॉलेजों को चेतावनी दी है कि अगर मरीजों का पंजीयन ऑनलाइन नहीं किया जाएगा तो ऐसे कॉलेजों का लाइसेंस रिन्यू नहीं होगा।
यह निर्णय सरकारी और प्राइवेट सभी मेडिकल कॉलेजों पर लागू है। आयोग ने यह जानकारी सभी राज्यों के चिकित्सा शिक्षा सचिवों को भेज दी है। एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि खासतौर पर निजी क्षेत्र से जुड़े कॉलेजों ने अपने अस्पतालों को ऑनलाइन तकनीक से नहीं जोड़ा है।