यूक्रेन में रूस के हमले के बीच पोलैंड में गिरी मिसाइल पर घमासान मचा हुआ है। पोलैंड और NATO का माना है कि मिसाइल को जानबूझकर नहीं दागा गया। साथ ही ये भी कहा है कि शायद ये मिसाइल यूक्रेन की वायु रक्षा मिसाइल थी जो भटक गई थी।
हालांकि ये भी कहा है कि ये घटना यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध की वजह से हुई है। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि पोलैंड में जो मिसाइल गिरी है वो रूस की है।
उन्होंने कहा कि मुझे कोई संदेह नहीं है कि ये हमारी मिसाइल नहीं थी। मुझे विश्वास है कि ये रूसी मिसाइल थी। जेलेंस्की ने अपनी सैन्य रिपोर्ट के आधार पर ये दावा किया है।
आपको बता दें इस हमले में 2 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अगर ये हमारा एयर डिफेंस था तो मुझे इसका सबूत चाहिए। पहले इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
जेलेंस्की का बयान रूस का आतंक यूक्रेन से बाहर बढ़ा
इससे पहले जेलेंस्की ने कहा कि रूस का आतंक यूक्रेन की सीमाओं तक ही सीमित नहीं रहा। जेलेंस्की ने रूस को मिसाइल हमले का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने NATO देश पर हमले को गंभीर मामला बताया है।
जेलेंस्की ने कहा कि NATO क्षेत्र में मिसाइल गिरने पर एक्शन जरूरी है।
रूस ने भी जारी किया बयान
आपको बता दें पोलैंड में गिरी मिसाइल पर रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि पोलैंड-यूक्रेन सीमा के 35 किलोमीटर के पास तक रूस ने कोई मिसाइल नहीं दागी। पोलैंड में जो मिसाइल गिरा वो यूक्रेन के S-300 सिस्टम का है।
पोलैंड का भी बयान आया सामने
तो वहीं इस हमले पर पोलैंड ने कहा कि इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि पोलिश खेत में एक मिसाइल गिरने की घटना NATO देश पर जानबूझकर किया गया एक हमला था।
पोलैंड के राष्ट्रपति ने कहा कि ज्यादातर संभावना है कि ये एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा ने कहा कि ये यूक्रेनी मिसाइल हो सकती है जो पोलैंड में गिर गई थी लेकिन उन्होंने कहा कि घटना की जिम्मेदारी रूस की है।
जिसने यूक्रेन पर कई मिसाइल हमले किए थे। यूक्रेन अपनी मिसाइल को विभिन्न दिशाओं में दाग रहा था और इस बात की अधिक संभावना है कि इनमें से एक मिसाइल पोलिश क्षेत्र में गिर गई हो।
अमेरिका कर रहा मामले की जांच
तो वहीं अमेरिका ने कहा कि वो अपने नाटो मेंबर पोलैंड में मिसाइल गिरने की जांच कर रहा है। इसके साथ ही लगातार पोलिश अधिकारियों के साथ मामले को लेकर बातचीत भी कर रहा है।
रूस को चेतावनी भी दी है। नाटो के महासचिव स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि हम नाटो क्षेत्र के हर इंच की रक्षा करेंगे। हालांकि, व्हाइट हाउस ने कहा है कि हम पोलैंड से आने वाली खबरों की पुष्टि नहीं कर सकते हैं।
हमारी टीम अधिक जानकारी जुटाने के लिए पोलिश सरकार के साथ काम कर रही है।