राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने देश भर में हो रहे दंगों को लेकर एक बड़ी टिप्पणी की है। आरएसएस चीफ ने अमरावती के एक कार्यक्रम में कहा कि जिस समाज को हिंसा पसंद है, वो अपने अंतिम दिन गिन रहा है। भागवत ने ये भी कहा कि हिंसा से किसी को फायदा नहीं होता। सभी समुदायों को एक साथ मानवता की रक्षा करनी चाहिए। भागवत पूर्वी महाराष्ट्र में भानखेड़ा रोड पर कंवरराम धाम में संत कंवरराम के प्रपौत्र साईं राजलाल मोरदिया के ‘गद्दीनाशिनी’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल थे।
भागवत ने कहा कि सरकार हो या कोई अन्य, यह समाज के दबाव पर काम करती है।सामाजिक दबाव सरकार के लिए पेट्रोल की तरह है।भागवत ने सिंधी भाषा और संस्कृति के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए देश में एक सिंधी विश्वविद्यालय स्थापित करने की आवश्यकता बताई। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत एक बहुभाषी देश है और हर भाषा का अपना महत्व है।