क्रोएशिया ने फीफा विश्व कप का बड़ा उलटफेर कर दिया। उसने कतर में 5 बार की चैंपियन ब्राजील का सपना तोड़ते हुए सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया। क्रोएशिया ने इस मैच को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से अपने नाम किया।
उसके लिए इस जीत के हीरो गोलकीपर डोमिनिक लिवाकोविच रहे। मैच में 12 से ज्यादा गोल बचाने वाले लिवाकोविच ने पेनल्टी शूटआउट में एक गोल को रोका। ब्राजील एक्स्ट्रा टाइम में एक समय 1-0 से आगे था।
117वें मिनट में क्रोएशिया ने गोलकर मैच में बराबरी की थी। ब्राजील एक्स्ट्रा टाइम में 1-0 की बढ़त हासिल करने के बाद विश्व कप के नॉकआउट में हारने वाली पहली टीम बन गई है।
ब्राजील की टीम शुरू से ही रही हावी
आपको बता दें ब्राजील की टीम शुरू से मैच में हावी रही। क्रोएशिया ने मिडफील्ड में भले ही उसे चुनौती दी, लेकिन अटैक ब्राजील ने ही किया। उसने मैच का पहला गोल भी किया। स्टार खिलाड़ी नेमार ने एक्स्ट्रा टाइम में गोलकर महान फुटबॉलर पेले की बराबरी कर ली।
ऐसा लगा था कि नेमार का ये एतिहासिक गोल ब्राजील को आठ साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचा देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 117वें मिनट में क्रोएशिया के लिए पेट्कोविच ने गोलकर मैच को ही बदल दिया।
पेनल्टी शूटआउट में क्रोशिया ने जीता मुकाबला
मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया। पेनल्टी शूटआउट क्रोएशिया का मजबूत पक्ष रहा है। उसने 2018 विश्व कप में प्री-क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल के मैच पेनल्टी शूटआउट में ही जीते थे।
इस बार भी वो अंतिम-16 में जापान के खिलाफ इसी तरह मैच को अपने नाम करने में सफल रहा था। ब्राजील की टीम किसी तरह पेनल्टी से बचना चाह रही थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
पेनल्टी शूटआउट में भी ब्राजील ने बड़ी गलती की। अच्छी टीमें अपने मुख्य खिलाड़ियों को पहले स्ट्राक करने के लिए भेजती हैं, लेकिन ब्राजील ने ऐसा नहीं किया। उसने अपने स्टार स्ट्राइकर नेमार को अंत के लिए बचाकर रखा।
युवा खिलाड़ी रोड्रिगो पहला शॉट लेने आए। वो पहले ही काफी दबाव में दिख रहे थे। रोड्रिगो के पैर से गेंद निकली तो उसमें तेजी नहीं थी। लिवाकोविच ने उसे रोक लिया। यहां से क्रोएशिया हावी हो गई।
रोड्रिगो के बाद ब्राजील के अनुभवी डिफेंडर मार्किन्होस गेंद को गोलपोस्ट में नहीं डाल सके। क्रोएशिया के लिए निकोला वलासिच, लोवारो माजेर, लुका मोड्रिच और मिस्वाल ओरिसिच ने गेंद को गोलपोस्ट में डाला।
ब्राजील के लिए रोड्रिगो और मार्किन्होस चूक गए। स्कोर 4-2 होने के बाद नेमार को आने की जरूरत ही नहीं पड़ी और ब्राजील मैच हार गया।
पहले हॉफ तक नहीं हुआ था कोई भी गोल
आपको बता दें पहले हाफ तक दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर सकी थीं। तब ब्राजील के पास 51 और क्रोएशिया के पास 49 फीसदी पजेशन रहा था। ब्राजील ने गोल के लिए पांच प्रयास किए थे। उनमें से तीन टारगेट पर रहे। वहीं, क्रोएशिया ने तीन प्रयास किए और तीनों टारगेट पर नहीं रहे।
निर्धारित 90 मिनट में एक भी गोल नहीं हुआ। उसके बाद मैच एक्स्ट्रा टाइम में पहुंच गया। 90 मिनट के खेल में दोनों टीमें करीब-करीब बराबरी पर रहीं। क्रोएशिया का बॉल पजेशन 51 और ब्राजील का 49 फीसदी रहा।
क्रोएशिया ने 542 और ब्राजील ने 540 पास किए। हालांकि, अटैक में ब्राजील की टीम आगे रही। उसने गोल के लिए 15 शॉट लगाए। इनमें से 8 टारगेट पर रहे। वहीं, क्रोएशिया ने छह प्रयास किए। एक भी टारगेट पर नहीं रहे।
नेमार ने की पेले को बराबरी
तो वहीं नेमार ने ब्राजील के लिए मैच में पहला गोल किया। उन्होंने एक्स्ट्रा टाइम में गोल कर टीम को 1-0 से आगे कर दिया। नेमार क्रोएशिया के कई खिलाड़ियों को छकाते हुए गोलपोस्ट के करीब पहुंच गए।
उनको रोकने के प्रयास में गोलकीपर लिवाकोविच गिर गए। नेमार ने गोल कर ब्राजील के महान फुटबॉल पेले की बराबरी कर ली। अब दोनों के अंतरराष्ट्रीय करियर में 77 गोल हैं। हालंकि ब्राजील अब सेमीफाइनल से बाहर हो गई है।