कुछ हफ्ते पहले फीफा वर्ल्ड कप का समापन हुआ, इस टूनामेंट में कई छोटे बड़े देशों ने हिस्सा लिया, इस दौरान हर भारतीय खेलप्रमी के मन में सवाल था कि भारत इस टूनामेंट में कब खेलेगा? कब हमारे यहाँ से विश्व स्तर के फुटबॉलर निकलेगें?
इस सवाल के कई सवाल हो सकते हैं, एक जबाब है कि क्योकिं हम इन खिलाड़ियों के फिक्र नहीं करते हैं। हाल ही में ट्विटर पर एक विडियों वायरल हुआ जिसमें एक फुटबॉल खिलाड़ी ने बताया कि वह भारत को रेप्रजेंट करने के वावजूद आज फूड डिलिवरी करने को मजबूर है।
यह फुटबॉल खिलाड़ी पोलामी अधिकारी हैं जिन्होने अंडर 16 लेवल पर यू.के, जर्मनी, और श्रीलंका जैसै देशों का दौरा किया है। पोलामी अधिकारी प. बंगाल के बेहाला चौरास्ता के पास शिवरामपुर में रहती है।
वे 2018 में चोटिल हो गई वे ऑपरेशन के बाद ठीक तो हो गई लेकिन उन्हे वापसी का दूसरा मौका नहीं मिला।
आपको बता दें कि उन्होने बचपन में ही अपने माँ को खो दिया, उनकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है।
घर में सिर्फ वे ही कमाने वाली है, उन्होने कोविड के दौरान ही फूड डिलिवरी करने का काम शुरु किया, हर डिलिवरी पर उन्हे 20-30 रुपए मिलते हैं।
अधिकारी सुबह 10 से 2:30 बजे और शाम 6 बजे से रात 1 बजे फूड डिवलरी करती है। ऐसे में भारत को वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी कैसै मिल पाएगा?

वायरल विडियों में वे बता रही है कि वे चारुचंद कॉलेज की 3rd ईयर की स्टुडेंट है, और अंडर 16 लेवल पर भारत को रिप्रेजेंट कर चुकी है।
यह विडियों संयुक्ता चौधरी नाम के यूजर ने पोस्ट किया जिसके बाद लोगों यह विडियों वायरल हो गई।
उन्होने कैप्शन में लिखा ” पोलामी अधिकारी एक फुटबॉल खिलाड़ी हैं जिन्होने इंटरनेशल लेवल पर भारत को रिप्रजेंट किया कर चुकी है और आज उन्हे अपने फैमिली को सपोर्ट करने के लिए डिलिवरी पर्सन के रुप में काम करना पड़ रहा है।”
इस पोस्ट के रिप्लाई में अमिताभ साहा नाम के यूजर ने लिखा ” इसे लाने के लिए धन्यवाद, आशा करते हैं कि नेशनल मीडीया ऐसे खिलाड़ियों की हालात पर चर्चा करेगा।”
अमित के पौल ने लिखा “जब तक हमारी यह स्थिति है, हम विश्व स्तर के एथलीट और खिलाड़ी कैसै तैयार कर सकते हैं, एक देश जो अपने खेल प्रतिनिधियों की देखभाल नहीं कर सकता उसे आत्मनिरीक्षण की जरुरत है।”
वही अग्निमित्र पौल बेजेपी ने लिखा
” एक नेशनल और इंटरनेशनल फुटबॉल खिलाड़ी अब जीवन चलाने के लिए जोमैटो के साथ काम कर रहा है।
क्यों ममताजी (@mamataofficial)?
आपने अपने हेलिकॉप्टर राईड्स में 54 करोड़ खर्च किया
और इन गरीब और टैलैंटेड बच्चों के लिए?
नि: संदेह Swapna Burmans बंगाल छोड़ मप्र के लिए निकले हैं।”
आपको बता दें कि एक रिपोर्ट के मुताबिक वायरल पोस्ट के बाद इंडियन फुटबॉल एशोसिएशन ने पोलामी अधिकारी से संपर्क किया है, हम आशा करते हैं उनके परिवार को वित्तीय सहायता दी जाएगी और पोलामी अधिकारी फिर से फुटबॉल के मैदान में उतरेगी।