भारत में होने जा रहे ब्लाइंड टीम टी20 विश्व कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाड़ियों को आखिरकार भारत आने के लिए वीजा संबंधी अनुमति मिल गई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भारत में होने वाले विश्व कप के लिए पाकिस्तान ब्लाइंड क्रिकेट टीम के 34 खिलाड़ियों और अधिकारियों को वीजा जारी करने की मंजूरी दे दी है। अब विदेश मंत्रालय टीम को वीजा जारी कर सकेगा।
हर क्रिकेट प्रेमी के मन में भारत और पाकिस्तान के बीच के मुकाबले का इंतजार रहता है। लेकिन कुछ राजनीतिक या फिर और कारणों की वजह से ये दोनो टीमें ICC इवेंट्स में ही नजर आती हैं।
भारत के साथ सामान्य रिश्तों की बुनियाद को पाकिस्तान सालों पहले ही खोखला कर चुका है। रिश्ते की खटास राजनीति तक ही सीमित नहीं है, ये क्रिकेट के मैदान पर भी नजर आता है।
पाकिस्तान के नापाक हरकतों के चलते भारत ने लगभग ढेढ़ दशक पहले बाइलेटरल सीरीज खेलना बंद कर दिया। भारतीय टीम ने पाकिस्तान का पिछला दौरा 2006 में किया था।
हालात पूरी तरह से बिगड़े हुए हैं। किसी टूर्नामेंट के लिए भी भारत कभी पाकिस्तान का दौरा नहीं करता। भारत अगले साल पाकिस्तान में होने वाले एशिया कप के लिए दौरा करने से मना कर दिया।
भारत की गौरमौजूदगी इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका होता, लिहाजा एशियन क्रिकेट काउंसिल इस टूर्नामेंट को फिलहाल पाकिस्तान से बाहर किसी न्यूट्रल वेन्यू पर कराने पर विचार कर रहा है।
हालांकि ये पाकिस्तान के लिए एक झटके से कम नहीं है, लेकिन उसे पता है कि वो भारत के साथ तल्ख रिश्ते के साथ क्रिकेट में आगे नहीं बढ़ सकता। यही वजह है कि इन तमाम उथल-पुथल के बीच, पाकिस्तानी टीम वर्ल्ड कप के लिए भारत का दौरा करने पर राजी हो गई।
दरअसल इससे पहले भारत ने पाकिस्तान ब्लाइंड क्रिकेट टीम को भारत आने का वीजा देने से इनकार कर दिया था। इसको लेकर ब्लाइंड क्रिकेट फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कहा था कि पाकिस्तान का वीजा खारिज हो गया है।
वे विश्व कप में भाग लेने नहीं आ रहे हैं। वहीं इसके बाद पाकिस्तान ने इसको लेकर सवाल उठाए थे। पाकिस्तान ब्लाइंड क्रिकेट काउंसिल ने कहा था कि खेल को क्षेत्रीय राजनीति से ऊपर होना चाहिए और खास तौर पर दिव्यांग व्यक्तियों के मेगा खेल आयोजनों में उचित व्यवहार किया जाना चाहिए।
कई घंटों के नाटक के बाद गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान के 34 सदस्यीय खिलाड़ियों के दल को वीजा जारी करने की अनुमति दे दी गई है। वीजा जारी करने का काम गृह मंत्रालय का नहीं है।
अब संबंधित विभाग वीजा जारी कर सकेगा। वहीं ब्लाइंड क्रिकेट फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष जीके महंतेश ने ट्वीट कर कहा कि ये अच्छी खबर है और उम्मीद है पाकिस्तान नेत्रहीन क्रिकेट टीम जल्द ही हमारे साथ जुड़ेगी।
उन्होंने इसके लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया।
वहीं देर रात तक पाकिस्तान मीडिया ने दावा किया कि भारतीय गृह मंत्रालय ने पहले ही अनुमति दे दी है, लेकिन विदेश मंत्रालय ने राजनीतिक कारणों से वीजा अब तक जारी नहीं किया है।
पीबीसीसी ने कहा था, भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वीजा देने के लिए अपनी सरकार से गुहार लगाई थी, लेकिन किसी की नहीं सुनी गई।
इस भेदभावपूर्ण कार्रवाई के विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे क्योंकि हम विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करेंगे ताकि भारत को भविष्य में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी न मिले।
हालांकि अब तो सब तस्वीर साफ हो गई है पाकिस्तानी टीम भारत आ रही है और वो टूर्नामेंट में हिस्सा भी ले रही है। एक सोचने वाली बात ये भी है कि आखिर पाकिस्तान जो एशिया कप को लेकर इतना कड़ा रुख अपना रहा है उसने पाकिस्तानी टीम को भारत भेज दिया।
इससे वो ये भी संदेश देना चाहेगा कि हम तो चाहते हैं कि दोनों देश एक दूसरे देश का दौरा करें और टीमों के बीच मुकाबला हो लेकिन भारत ही ऐसा नहीं चाहता है।