पाकिस्तानी रेंजर्स ने एक बार फिर भारतीय सेना के एक जवान को पकड़ लिया है। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी BSF का जवान पंजाब सेक्टर में पट्रोलिंग कर रहा था। इसी दौरान गलती से वो भारत-पाकिस्तान सीमा को पार गया।
जिसके बाद पाक रेंजर्स ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया। BSF अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पाक रेंजर्स ने अभी तक भारतीय सेना के जवान को वापस नहीं सौंपा है। हालांकि उन्हें इसका इंतजार है।
इसी महीने में है ये दूसरी घटना
आपको बता दें पेट्रोलिंग के दौरान पाकिस्तान बॉर्डर में प्रवेश करने की दिसंबर महीने में ये दूसरी घटना है। इससे पहले 1 दिसंबर को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गश्त के दौरान एक जवान पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो गया था।
उसी दिन पाकिस्तान रेंजर्स ने फ्लैग मीटिंग के बाद जवान को वापस BSF को सौंप दिया था। ये जवान अबोहर सेक्टर स्थित बल के एक चौकी के नजदीक ‘जीरो लाइन’ पर गश्त लगा रहा था।
अधिकारियों ने बताया कि नए मामले में BSF जवान सुबह बेहद घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी कम होने के चलते सीमा पार कर गया, जिसके बाद पाक रेंजर्स ने उसे पकड़ लिया।
पाकिस्तानी रेंजर्स ने अभी तक नहीं किया है रिहा
BSF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बीएसएफ और पाक रेंजर्स एक-दूसरे के संपर्क में हैं। जवान को रिहा किए जाने के मामले में जानकारी का इंतजार है।
पंजाब के अबोहर सेक्टर में घने कोहरे की वजह से जवान ‘जीरो लाइन’ नहीं देख पाया, लिहाजा वो इसे पार कर पाकिस्तानी सीमा के भीतर प्रवेश कर गया।
आपको बता दें पाकिस्तान में बैठे स्मगलर ठंड के मौसम में कोहरे का फायदा उठाकर अक्सर हथियारों और नशीले पदार्थ की तस्करी करते हैं। इसे रोकने के लिए ‘बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स’ के जवान इलाके में गश्त करते हैं।
सर्दियों में सुबह के मौसम में दूर-दूर तक धुंध छाई रहती है, जिससे पूरे इलाके में गश्त करने में जवानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
अब आपको बताते हैं कि आखिर जीरो लाइन क्या होती है?
तलाशी के लिए जवानों को फेंसिंग यानी तारबंदी भी पार करके जाना पड़ता है। 12 फीट ऊंची ये तारबंदी भारतीय सीमा के भीतर की गई है।
तारबंदी से आगे तक का इलाका 300 से 500 मीटर तक भारतीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है और इसके बाद जीरो लाइन यानी इंटरनेशनल बॉर्डर आता है।
हर एक देश अपनी सुरक्षा के लिए सीमा का निर्धारण करता है, जिसे ‘जीरो लाइन’ या फिर इंटरनेशनल बॉर्डर कहा जाता है। अगर किसी देश की सेना या नागरिक इस लाइन को पार करते हैं तो उसे दूसरे देश द्वारा घुसपैठिया समझा जाता है।
हालांकि अब देखना होगा कि पाकिस्तान BSF के जवान को कब रिहा करता है।