प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 22 अक्टूबर को रोजगार मेला अभियान का शुभारंभ विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से करेगे। 10 लाख लोगों की भर्ती के लिए एक अभियान ‘रोजगार मेला’ का शुभारंभ करने के साथ ही समारोह के दौरान 75,000 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र भी दिए जाएंगे। ये बात खुद गुरूवार को पीएमओ ने कहा हैं।
पीएमओ ने कहा कि ‘ यह युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने और नागरिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री की निरंतर प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस साल जून में, मोदी ने विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों से अगले डेढ़ साल में 10 लाख लोगों की भर्ती “मिशन मोड” में करने के लिए कहा हैं ‘
प्रधान मंत्री कार्यालय यानी पीएमओ के गुरुवार के बयान के अनुसार, मोदी की ओर से सभी सरकारी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा के बाद यह निर्देश आया है कि देश भर से चयनित नई भर्तियां भारत सरकार के 38 मंत्रालयों या विभागों में शामिल होंगी और नियुक्त व्यक्ति ग्रुप A और B और ग्रुप C में विभिन्न स्तरों पर सरकार में शामिल होंगे।
आप को बता दे जिन पदों पर नियुक्तियां की जा रही हैं उनमें केंद्रीय सशस्त्र बल के जवान, सब-इंस्पेक्टर, कांस्टेबल, एलडीसी, स्टेनो, पीए, आयकर निरीक्षक और एमटीएस शामिल हैं। ये भर्तियां मंत्रालयों और विभागों द्वारा या तो स्वयं या UPSC,SSC और रेलवे भर्ती बोर्ड जैसी भर्ती एजेंसियों के माध्यम से की जा रही हैं। पीएमओ ने कहा कि तेजी से भर्ती के लिए चयन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और तकनीकी रूप से सक्षम बनाया गया है।
आपको बता दें जैसा की जून में पीएम मोदी ने सभी केंद्रीय विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया था कि सरकार अगले डेढ़ साल में मिशन मोड में 10 लाख लोगों की भर्ती करे लेकिन आप को क्या लगता डेढ़ साल में लोगो की भर्ती वो भी 10 लाख पूरा हो पाएगा? चलो मान लेते है भर्तियां निकल भी गई तो क्या गारंटी हैं बेरोजगारी की मार खा रहे लोगो को नौकरी मील ही जाएगी। क्यों की हम सभी को पता है कभी वेकेंसी नही निकलती निकल भी जाती हैं तो एग्जाम डेट आने में देरी होती है एग्जाम की तारीख आ भी जाती है और एग्जाम दे भी देते है तो रिजल्ट आने में देरी होती है। ऐसे में आप को क्या लगता है डेढ़ साल में 10 लाख लोगो को नौकरी मिल पाएगी।